उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना, उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश में तपिश, 24 जिलों में बारिश का अलर्ट
भोपाल
दक्षिण-पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में मानसून केरल, कर्नाटक के अलावा आंध्र प्रदेश के अधिकांश हिस्से में और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में पहुंच चुका है। उधर अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के कारण हवाओं के साथ नमी आने से मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से हवाएं चलने एवं गरज-चमक के साथ रुक-रुककर वर्षा हो रही है।
उत्तर-पूर्व में तपिश
पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक छिंदवाड़ा में 9.4, अनूपपुर में 7.0, बालाघाट में 5.4, मंडला में 4.2, डिंडौरी में 4.1, बड़वानी में 4.0,विदिशा में 2.7, खरगोन में 2.0, इंदौर में 0.4, बैतूल में 0.3 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक धूप बनी रहने के कारण अधिकतम तापमान अभी बढ़े हुए रहेंगे। विशेषकर ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर संभाग के जिलों में दिन का तापमान 43-44 डिग्री सेल्सियस तक बना रह सकता है। उधर भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की भी संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। सौराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
कई इलाकों में बारिश का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद् के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से हवाओं के साथ नमी आ रही है। इस से शुक्रवार-शनिवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की भी संभावना है। हालांकि सुबह से धूप निकलने के कारण अधिकतम तापमान में कमी आने के आसार कम हैं। विशेषकर उत्तरी मध्य प्रदेश के जिलों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक बना रह सकता है।