अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में अपने शानदार 19 साल के सफर का हिस्सा बनने के लिए सभी को धन्यवाद: सुनील छेत्री
कोलकाता
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में अपने शानदार 19 साल के सफर का हिस्सा बनने के लिए सभी को धन्यवाद देते हुए सुनील छेत्री की आंखों में आंसू थे। छेत्री के साथियों ने भारतीय फुटबॉल के इस दिग्गज को गार्ड ऑफ ऑनर दिया और खचाखच भरे सॉल्ट लेक स्टेडियम में लोगों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। इस 39 वर्षीय स्टार ने गुरुवार को यहां 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफायर मैच में भारत और कुवैत के बीच गोल रहित ड्रॉ के साथ अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया। भावुक छेत्री ने मैच के बाद कहा, ‘‘जिन लोगों ने वीडियो में देखा है, जिन्होंने ऑटोग्राफ लिए हैं, जो पुराने समर्थक हैं, आप सभी का शुक्रिया। ये 19 साल आप सभी के बिना संभव नहीं होते और मैं वास्तव में यही कहना चाहता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां मौजूद सभी लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे लगता है कि मैं अपने दिल से बोलूंगा।’’ छेत्री ने बंगाली में बोलते हुए कहा, ‘‘शोबाई भालो थकबेन, शोबाई खुशी थकबेन (सभी कृपया अपना ख्याल रखें, कृपया खुश रहें), और धन्यवाद, बहुत-बहुत धन्यवाद।’’ मैच के बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने उन्हें सम्मानित भी किया। छेत्री ने हाथ जोड़कर दर्शकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने देश के लिए सबसे अधिक मैच (151) खेलने और सबसे अधिक गोल (94) करने वाले खिलाड़ी के रूप में संन्यास लिया।
छेत्री अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में चौथे सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी भी हैं। इस फॉरवर्ड ने पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास की घोषणा की थी। अपनी कई उपलब्धियों में से छेत्री ने 2007, 2009 और 2012 में नेहरू कप में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा उन्होंने भारत को 2011, 2015, 2021 और 2023 सैफ चैंपियनशिप जीतने में भी मदद की। छेत्री ने फाइनल में हैट्रिक के साथ 2008 एएफसी चैलेंज कप में भारत को जीत दिलाई जिससे भारत 27 वर्षों में अपने पहले एएफसी एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहा।
छेत्री को दुनिया भर से दी गई विदाई
अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच खेलने वाले भारतीय स्टार सुनील देत्री को गुरुवार को दुनिया भर से विदाई दी गई जिसमें खेल की वैश्विक संचालन संस्था फीफा और क्रोएशिया के महान खिलाड़ी लुका मोड्रिक के अलावा महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी शामिल रहे। भारत के इस 39 वर्षीय खिलाड़ी ने 151 मैचों में 94 गोल करके अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल के चौथे सबसे सफल स्कोरर के रूप में संन्यास लिया। यह एक ऐसे खिलाड़ी के लिए अविश्वसनीय उपलब्धि है जिसका देश अब भी विश्व फुटबॉल में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है। छेत्री ने अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत को यहां 2026 विश्व कप क्वालीफायर में कुवैत ने गोल रहित ड्रॉ पर रोक दिया। खचाखच भरे सॉल्ट लेक स्टेडियम में मैच के कुछ क्षण बाद फीफा ने लिखा, ‘‘19 साल की सेवा के बाद, विदाई, सुनील छेत्री।’’ एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) ने ट्वीट किया, ‘‘94 अंतरराष्ट्रीय गोल। एक राष्ट्र की उम्मीदों को आगे बढ़ाया! एशियाई फुटबॉल आइकन, सुनील छेत्री को धन्यवाद।’’
छेत्री को उनके शानदार करियर के लिए बधाई देते हुए भारतीय क्रिकेट के दिग्गज तेंदुलकर ने एक्स पर लिखा, ‘‘कोई भी गोल हासिल करना आसान नहीं है। 94 अंतरराष्ट्रीय गोल को तो छोड़ ही दीजिए। आपने झंडा ऊंचा रखा है, सुनील छेत्री। शानदार करियर के लिए बधाई!’’ सभी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजी ने भी छेत्री की सराहना की और उन्हें भारतीय फुटबॉल का बादशाह बताया। इससे पहले क्रोएशिया के कप्तान और रियाल मैड्रिड के सुपरस्टार मोड्रिक ने छेत्री की प्रशंसा करते हुए उन्हें ‘खेल का दिग्गज’ बताया। भारतीय टीम के कोच इगोर स्टिमक द्वारा साझा किए गए एक वीडियो संदेश में मोड्रिक ने कहा, ‘‘कैस हो सुनील, मैं बस आपको नमस्ते कहना चाहता हूं और राष्ट्रीय टीम के लिए आपके आखिरी मैच के लिए शुभकामनाएं देना चाहता हूं।’’
वर्ष 2018 के बेलोन डिओर विजेता मोड्रिक ने कहा, ‘‘आपके करियर के लिए बधाई, आप इस खेल के लीजेंड हैं और आपके साथियों को भी बधाई, मुझे उम्मीद है कि आप उनके आखिरी मैच को खास और अविस्मरणीय बना देंगे।’’ विश्व कप में 2018 उपविजेता रहे और 2022 में कांस्य पदक जीतने वाले मोड्रिक ने कहा, ‘‘आपके कप्तान को शुभकामनाएं और जीत। क्रोएशिया की ओर से ढेर सारी शुभकामनाएं। छेत्री 94 गोल के साथ क्रिस्टियानो रोनाल्डो (128), अली डेई (108) और लियोनेल मेस्सी (106) के बाद अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में गोल करने वालों की सर्वकालिक सूची में चौथे स्थान पर रहे।