तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है, मानसून के 12 जून तक प्रदेश दस्तक भी संभावना
भोपाल
दक्षिण-पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश में भी मानसून पूर्व की गतिविधियों में तेजी आने लगी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, अलग-अलग स्थानों पर बनी पांच मौसम प्रणालियों के असर से भी हवाओं के साथ नमी आ रही है। इसके चलते प्रदेश के कई शहरों के अधिकतम तापमान में कमी आने लगी है।
इन शहरों में बारिश की संभावना
मौसम विज्ञानियों ने शुक्रवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। मानसून के 12 जून तक प्रदेश में प्रवेश करने की भी संभावना बन रही है।
बड़े पैमाने पर आ रही नमी
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ बड़े पैमाने पर नमी भी आ रही है। इस वजह से प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियां भी तेज होने लगी हैं।
दमोह में सबसे अधिक तापमान
अलग-अलग शहरों में 25 से लेकर 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ वर्षा भी हो रही है। हालांकि, वातावरण में नमी रहने के कारण उमस भी बढ़ रही है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए मानसून 12 जून तक प्रदेश में प्रवेश कर सकता है। वहीं, गुरुवार को प्रदेश में सबसे अधिक 44 डिग्री सेल्सियस तापमान दमोह और शिवपुरी में दर्ज किया गया। प्रदेश में कहीं भी लू नहीं चली।