उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में भाजपा 33 सिमट कर रह गई, अब CM योगी ने आला अधिकारियों को कल बैठक के लिए बुलाया

लखनऊ
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी में 33 सिमट कर रह गई है। ऐसे में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने आला अधिकारियों को कल बैठक के लिए बुलाया है। सीएम योगी ने सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों को तलब किया है। सीएम हर एक विभाग के काम की समीक्षा करेंगे। इतना ही नहीं, कल लखनऊ शासन के बड़े अफसरों को मुख्यमंत्री ने विभागीय काम काज के ब्यौरे के साथ बुलाया है। यूपी में चुनावी भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री को जनता से मिले डायरेक्ट फीडबैक के बाद कल सीएम अपने अफसरों को अलग अंदाज में डील करने वाले हैं। ऐसा सूत्रों के मुताबिक जानकारी मिल रही है।

वहीं, लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बुरे प्रदर्शन के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपने सहयोगियों पर सवाल उठाए हैं। योगी सरकार के मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा है कि हमको बड़बोलेपन का नुकसान हुआ है। धर्मवीर प्रजापति ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर और निषाद पार्टी के नेता और मंत्री संजय निषाद से जुड़े सवाल पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि बड़बोलेपन का नुकसान हुआ है। प्रजापति ने कहा कि पश्चिम से पूर्वांचल तक की बैठकों में मैंने जो महसूस किया कि विपक्ष के संविधान और आरक्षण के मुद्दे ने पिछड़े और अनुसूचित वर्ग को हमसे दूर किया। हम आत्मविश्वास में थे लेकिन कार्यकर्ताओं में मायूसी थी।

उधर, कुछ लोगों का कहना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भविष्यवाणी वाला बयान काम कर गया। केजरीवाल ने ऐन चुनावों के बीच कहा था कि बीजेपी फिर आई तो योगी को मुख्यमंत्री पद से हटा देगी, ठीक उसी तरह जिस तरह मध्यप्रदेश से शिवराज सिंह चौहान को हटा दिया। इस तरह राजस्थान से लेकर उत्तर प्रदेश तक में बीजेपी को हुए नुकसान में राजपूत वोटर्स की नाराजगी का कारण बताया जा रहा है। कुछ ऐसे ही कारणों से सोशल मीडिया में अचानक ऐसे चुटकुले और मीम्स दिखाई देने लगे हैं जिन्हें देखकर लगता है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इन चुनावों में बीजेपी की हार के लिए जिम्मेदार बन गए हैं।

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