टी20 विश्व कप के जरिये क्रिकेट का कारवां अमेरिकी बाजार में दस्तक देगा तो कई नये सितारे चमकेंगे तो कई बेनूर भी होंगे
न्यूयॉर्क
टी20 विश्व कप के जरिये क्रिकेट का कारवां अमेरिकी बाजार में दस्तक देगा तो कई नये सितारे चमकेंगे तो कई बेनूर भी होंगे, कुछ प्रबल दावेदार होंगे तो कुछ छिपे रूस्तम निकलेंगे। शनिवार से शुरू हो रहे ताबड़तोड़ क्रिकेट के इस महासमर में पहली बार 20 टीमें जोर आजमाइश करेंगी तो इसकी भव्यता देखने लायक ही होगी।
भारतीय टीम जहां पिछले काफी समय से आईसीसी खिताब नहीं जीत पाने का मलाल मिटाना चाहेगी तो आस्ट्रेलिया एक और खिताब जीतकर अपना दबदबा कायम रखने की फिराक में होगा। पाकिस्तान और वेस्टइंडीज का लक्ष्य सही समय पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का होगा।
गत चैम्पियन इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका की चुनौती भी कमतर नहीं है। दक्षिण अफ्रीका के पास हेनरिच क्लासेन, डेविड मिलर, क्विंटोन डिकॉक और कैगिसो रबाडा जैसे मैच विनर हैं और इसका लक्ष्य चोकर्स का तमगा हटाने का होगा।
इस टूर्नामेंट के जरिये अमेरिका में क्रिकेट का पदार्पण होने जा रहा है जहां 29 दिन के भीतर 55 में से 16 मैच खेले जायेंगे। बाकी 39 मैच वेस्टइंडीज में होंगे जिनमें सुपर आठ चरण के मैच, सेमीफाइनल और फाइनल शामिल है।
खिताब के प्रबल दावेदारों के अलावा अफगानिस्तान की चुनौती को भी कमतर नहीं आंका जा सकता जो अपना दिन होने पर कोई भी उलटफेर कर सकती है।
जहां तक टीम इंडिया का सवाल है तो सबसे मजबूत टीमों में से एक होने के बावजूद यह 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद से कोई आईसीसी खिताब नहीं जीत सकी है। इस बार बतौर कप्तान रोहित शर्मा की साख भी दाव पर है। रोहित से पहले विराट कोहली भी सबसे सफल टेस्ट कप्तान जरूर रहे लेकिन आईसीसी खिताब नहीं जीत सके।
पिछले 12 महीने में भारतीय टीम दो आईसीसी टूर्नामेंटों में उपविजेता रही और आस्ट्रेलिया के हाथों अपनी धरती पर पिछले साल एक दिवसीय विश्व कप का फाइनल हार गई।
पिछले दो टी20 विश्व कप में पुराने ढर्रे पर चलने का उसे खामियाजा भुगतना पड़ा लेकिन इस बार वह गलती दोहराना नहीं चाहेगी। हाल ही में हुए आईपीएल में नजर आया कि कैसे बल्लेबाज आक्रामकता की नई परिभाषा गढ रहे हैं और भारत के दिग्गज बल्लेबाज इसमें पीछे नहीं रहना चाहेंगे।
भारत को यहां तीन मैच खेलने हैं जिनमें पाकिस्तान के खिलाफ नौ जून को होने वाला चर्चित मुकाबला शामिल है। इस मैदान पर ड्रॉप इन पिचें बिछाई गई हैं। भारतीय टीम इसी मैदान पर एक जून को बांग्लादेश के खिलाफ अभ्यास मैच खेलेगी जबकि टूर्नामेंट का पहला मैच उसे पांच जून को आयरलैंड से खेलना है।
अमेरिका में पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच 1844 में अमेरिका और कनाडा के बीच खेला गया। इसके बाद बेसबॉल ने यहां लोकप्रियता में क्रिकेट को काफी पीछे छोड़ दिया। अब बरसों बाद क्रिकेट वापसी की कोशिश में है तो पहला मैच शनिवार को डलास में अमेरिका और कनाडा के बीच ही खेला जायेगा।
अमेरिका सह मेजबान होने के नाते विश्व कप में पदार्पण करेगा। उसने हाल ही में कनाडा और बांग्लादेश को हराकर अपने हुनर की बानगी दी है।
रोहित के अलावा इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर पर भी भारी दबाव होगा। गत चैम्पियन इंग्लैंड छह महीने पहले भारत में वनडे विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका। पिछले टी20 विश्व कप की सर्वश्रेष्ठ टीम इंग्लैंड उसी लय में लौटना चाहेगी। दो बार की चैम्पियन वेस्टइंडीज अपने मैदानों पर हो रहे टूर्नामेंट में खिताब के दावेदारों में से है।
ओमान के खिलाफ टी20 विश्व में गेंदबाजी नहीं करेंगे मार्श
आस्ट्रेलिया के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने कहा कि कप्तान मिचेल मार्श ओमान के खिलाफ छह जून को टी20 विश्व कप के पहले मैच में गेंदबाजी नहीं करेंगे और सिर्फ बल्लेबाज के तौर पर उतरेंगे।
आईपीएल के दौरान हैमस्ट्रिंग चोट का शिकार हुए मार्श ने नामीबिया और वेस्टइंडीज के खिलाफ दोनों अभ्यास मैच खेलकर क्रमश: 18 और चार रन बनाये।
मैकडोनाल्ड ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा, ‘‘उसने अभ्यास मैच खुद को परखने के लिये खेले। दूसरे अभ्यास मैच में उसने ज्यादा देर फील्डिंग की जिससे उसका आत्मविश्वास बढा होगा। वह पहला मैच खेलेगा लेकिन गेंदबाजी नहीं करेगा।’’
वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे अभ्यास मैच में आस्ट्रेलिया के पैट कमिंस, ग्लेन मैक्सवेल, मिचेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस, कैमरन ग्रीन और ट्रेविस हेड नहीं खेले थे जो आईपीएल के बाद अभी यहां पहुंचे नहीं हैं।
मैकडोनाल्ड ने कहा, ‘‘हमें पता था कि एक जून से पहले पूरी टीम एकत्र नहीं हो सकेगी। ओमान के खिलाफ मैच के बाद इंग्लैंड के खिलाफ मैच में काफी समय है। ये सभी खिलाड़ी एक साथ काफी खेले हैं और उन्हें लय में ढलने में समय नहीं लगेगा।’’ आस्ट्रेलिया को नौ जून को इंग्लैंड से खेलना है।