उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच बदला मौसम, पश्चिम के बाद पूर्वांचल के जिलों में आंधी और बारिश

लखनऊ- कुशीनगर

उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच राहत की खबर है। गुरुवार की दोपहर बाद से पश्चिमी यूपी के जिलों में आंधी-बारिश ने लोगों को राहत दी। अब यह राहत धीरे-धीरे पूर्वांचल पहुंच रही है। पूर्वी यूपी के कुशीनगर में आंधी बारिश ने गर्मी से राहत पहुंचाई लेकिन आफत भी आई है। आंधी से दो की मौत हुई है। वाराणसी समेत आसपास के जिलों में भी तेज हवाओं ने गर्मी से थोड़ी राहत दी है। कुशीनगर कुशीनगर में गुरुवार रात आई तेज आंधी व पानी से पडरौना व खड्डा तहसीलों में जमकर तबाही मचाई। कई जगह पेड़ गिरने से रास्ते बाधित हो गए, वहीं कोतवाली पडरौना क्षेत्र में दो अलग-अलग गांव में  पेड़ के नीचे  छप्पर होने के कारण  दब कर दो बुजुर्गों की मौत हो गई।

नौरंगिया थाना क्षेत्र में विशाल पीपल का पेड़ के बगल में एक पक्की मकान पर गिर गया। इसमें मौजूद महिला उसकी बेटी वह बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों का इलाज गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। देर रात तेज आंधी के दौरान कोतवाली पडरौना के गांव चिरईया निवासी छागुर (50) अपनी  झोपड़ी में सो रहा था कि अचानक छप्पर गिर गया। जिसमें दबकर छागुरर प्रसाद की मौत हो गई। देर रात आंधी पानी थामने के बाद परिवार के लोग घर से निकले तो देख शोर मचाया। तबतक ठाकुर की मौत हो चुकी थी।

इसी रात बेतिया के गांव ठोड़ी मोड़ टोला स्थित मठिया दुर्गा मंदिर के पुजारन 60 वर्षीय नागिया देवी पत्नी महंत मंदिर परिसर में बने चबूतरे पर बैठी थी कि तेज हवा के दबाव में मंदिर परिसर में अशोक का विशाल पेड़ गिर गया। जिसके नीचे दबकर नगिया देवी की मौके पर मौत हो गई।  नाजिया देवी मंदिर परिसर में रहती थी। शुक्रवार को सुबह महिला की मौत का पता चला।

इससे पहले शाहजहांपुर और लखीमपुर खीरी जिलों में बृहस्पतिवार को आंधी और वर्षा का असर देखने को मिला। शाहजहांपुर में आंधी की चपेट में आने से एक बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गयी। शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अशोक कुमार मीणा ने शुक्रवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि पुवाया थाना क्षेत्र के सतना बुजुर्ग गांव में बृहस्पतिवार शाम को तेज आंधी के दौरान खेतों में काम कर रहे लोग श्मशान के पास पड़े टीन शेड के नीचे खड़े हो गए।

उन्होंने बताया कि काफी तेज हवा होने के कारण टीन शेड के साथ ही दीवार भी भरभरा कर गिर गई, जिसके चलते मनीष, इंद्रेश तथा सूरज नीचे दब गए तथा मनीष (15) की मौके पर ही मौत हो गई। मीणा ने बताया कि घायलों को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां सूरज (नौ) तथा इंद्रेश (37) की इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह मौत हो गई। पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले गयी।

लखीमपुर में बृहस्पतिवार रात से ही सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा, क्योंकि तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि के कारण पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे उखड़ गए, जिससे बिजली विभाग को भारी नुकसान हुआ। शहर में लखीमपुर-सिकंदराबाद राजमार्ग, लखीमपुर-सीतापुर राज्य राजमार्ग, लखीमपुर-गोला राज्य राजमार्ग, जिला कलेक्ट्रेट रोड, जेल रोड गांधी विद्यालय चौराहे समेत कई व्यस्त सड़कों और राजमार्गों पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।

लखीमपुर, गोला, बांकेगंज, फरधान, बेहजम, खीरी टाउन इलाकों में कई जगहों पर बिजली के खंभे और पेड़ गिरने से यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। शहर में मार्ग साफ करने में कर्मियों को कई घंटे लग गए। तेज हवाओं के कारण बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई। शुक्रवार सुबह तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई थी। बिजली आपूर्ति विभाग के सूत्रों ने बताया कि यह बताना मुश्किल है कि बिजली आपूर्ति कब सामान्य होगी।

बृहस्पतिवार शाम छह बजे जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने मौसम विभाग का 'रेड अलर्ट' जारी करते हुए चेतावनी दी थी कि खीरी और पड़ोसी हरदोई और शाहजहांपुर जिलों में अगले तीन घंटे में ओलावृष्टि की संभावना है।

 

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