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सारण-बिहार में पोलिंग बूथ हिंसा में सोशल मीडिया पर लोगों को भड़का रहे दो आरोपी गिरफ्तार

सारण.

बिहार के छपरा में लोकसभा चुनाव के दिन हुई हिंसा मामले में सारण पुलिस ने कार्रवाई कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दरअसल, दो समुदायों के बीच गंभीर तनाव उत्पन्न करने और विधि व्यवस्था में गंभीर खतरा पैदा करने वाले दो लोगों को पुलिस के विशेष जांच दल (SIT) ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में पटना जिले के मसौढ़ी थाना क्षेत्र के बैरम चक गांव निवासी रामाशीष प्रसाद का बेटा संतोष कुमार ऊर्फ संतोष रेनू यादव (34) जबकि सारण जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मेथवलिया गांव निवासी सावलिया राय का बेटा चंदन कुमार (24) शामिल है।

सारण के मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक डॉ. राकेश कुमार ने भगवान बाजार थाना परिसर में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि 21 मई 2024 को शहर के भिखारी ठाकुर चौक पर हिंसा की घटना हुई थी। उसके बाद से कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा लगातार जाति सूचक और समुदाय विशेष को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां और हिंसा को बढ़ावा दिए जाने वाले पोस्ट को सोशल मीडिया के जरिए प्रचारित किया जा रहा था। इसे ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया पेट्रोलिंग के जरिए लगातार ऐसे असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखी जा रही थी। उसी मामले को लेकर 28 मई 2024 को सारण साइबर थाना कांड संख्या 161, 162 और 163/24 के अंतर्गत कार्रवाई कर इन दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने बताया कि इन दोनों आरोपियों द्वारा सोशल मीडिया (फेसबुक और यूट्यूब) के जरिए लोगों को जाति समुदाय विशेष के खिलाफ हिंसा, शत्रुता और दंगा भड़काने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। लिहाजा सार्वजनिक रूप से शांति को भंग करने का प्रयास किया जा था, जिस कारण दो जाति समुदायों के बीच गंभीर तनाव उत्पन्न हो गया है। जो विधि व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा है। डॉ. राकेश कुमार ने यह भी बताया कि गिरफ्तार संतोष रेनू यादव के खिलाफ इसी तरह के दो मामले औरंगाबाद जिले में पहले से दर्ज हैं। इनमें नगर थाना कांड संख्या 88/2022 और 517/2022, इसके अलावा इनके खिलाफ कटिहार और कैमूर थाने में भी प्राथमिकी दर्ज होने की सूचना मिली है। लेकिन इसकी जांच कराई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, सारण संसदीय चुनाव के दिन नगर थाना क्षेत्र के भिखारी चौक स्थित मतदान केंद्र संख्या- 318 और 319 पर राजद प्रत्याशी रोहिणी यादव के आने के बाद हुए बवाल को लेकर चुनाव के दूसरे दिन दो पक्षों में गोलीबारी की घटना हुई थी। उसमें तीन लोगों को गोली लगी थी, जिसमें एक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी। जबकि दो अन्य घायल लोग अभी भी पटना स्थित पीएमसीएच में इलाज करा रहे हैं। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद से ही यह दोनों आरोपी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय होकर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए समाज में शांति भंग करने और विद्वेष फैला रहे थे। इस कारण जिले में काफी तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई थी, जिस कारण 21 मई से लेकर 25 मई को देर शाम तक इंटरनेट बंद कर दिया गया था।

इधर, सारण पुलिस साइबर पेट्रोलिंग के जरिए लगातार ऐसे असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखी जा रही थी। ऐसे लोगों को चिन्हित कर तुरंत कार्रवाई को लेकर एक विशेष टीम का गठन किया गया था। इसी कड़ी में सारण साइबर थाने में दो लोगों के खिलाफ प्राथमिक दर्ज की गई थी, जिस पर कार्रवाई कर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

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