छत्तीसगड़

हादसे की न्यायिक जांच शुरू, प्रबंधन ने की मुआवजे की पहल

बेमेतरा

 बेमेतरा जिला के ग्राम पिरदा बोरसी की बारूद फैक्ट्री में हुए  हादसे की न्यायिक जांच शुरू हो गई है। इसमें सबसे अहम पहलू सुरक्षा मानकों को बताया जा रहा है। घटनास्थल तक पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि यहां रखे गए एसिड टैंकर में अब भी रिसाव हो रहा है। जिसके जरा भी शरीर पर गिरने से शरीर गल सकता है। वहीं हादसे के चौथे दिन भी फैक्ट्री के बाहर ग्रामीण धरने पर बैठे हुए हैं।

कलेक्टर बेमेतरा रणवीर शर्मा की मानें तो जांच के उपरांत ही कंपनी की खामियां या लापरवाही की बात सामने आ पाएगी। जिसके बाद ही कंपनी प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई की जा सकेगी। दूसरी तरफ मजदूरों के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। बहरहाल तमाम हालातों के चलते प्रशासन एवं पुलिस सुरक्षा के लिहाज से फैक्ट्री के आसपास मौजूद हैं, ताकि किसी तरह के कोई अप्रिय हालत न बनने पाए।

इसी बीच सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फैक्ट्री प्रबंधन ने पीड़ित स्वजनों को लेकर एक बैठक भी बुलाई थी। जिसमें हादसे में शिकार हुए पीड़ितों के स्वजन के समक्ष फैक्ट्री प्रबंधन ने घोषित राशि के बारे में जानकारी दी गई। जिसपर मृतक के स्वजन उक्त मुआवजे से संतुष्ट नहीं हुए और बैठक में नाराजगी जाहिर कर वापस लौट गए। वहीं घटनास्थल पर मलबा निकालने का कार्य अंतिम चरण पर रहा, जिससे हालात अब सामान्य रहे।

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