उत्तर प्रदेश

प्रदेश में लोगों का प्रचंड गर्मी से बुरा हाल रहा, वहीं कई जिलों का तापमान 45 के पार रहा, अब तक सात लोगों की मौत

लखनऊ
मंगलवार को भी प्रदेश में लोगों का प्रचंड गर्मी से बुरा हाल रहा। वहीं कई जिलों का तापमान 45 के पार रहा। तेज धूप और लू के ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया। वहीं अगर बात करें कानपुर की तो कानपुर के हर क्षेत्र में गर्मी के रौद्र रूप ने कईयों को अस्पताल पहुंचा दिया। मंगलवार को प्रचंड गर्मी के चलते चार की मौत हो गई। दो-तीन और गर्मी को लेकर प्रशासन की ओर से बचाव की एडवाइजरी जारी कर दी गई है। वहीं आगरा, अलीगढ़, औरैया, इटावा, फ़िरोज़ाबाद, गौतमबुद्धनगर, गाज़ियाबाद, हमीरपुर, हाथरस, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा एवं मथुरा में आगामी 24-48 घंटों के दौरान कुछ पॉकेट में लू से भीषण लू चलने की सम्भावना है|

आगरा में टूटा 50 वर्ष का रिकॉर्ड
आगरा में मई में गर्मी का 50 वर्ष का रिकॉर्ड टूटा। वर्ष 1974 से 2024 तक मई में मंगलवार सबसे गरम रहा। मंगलवार को आगरा में अधिकतम तापमान 48.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह सोमवार को रहे अधिकतम तापमान 47.8 डिग्री सेल्सियस से अधिक था। इससे पहले 31 मई, 1994 को आगरा में अधिकतम तापमान 48.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। 49 डिग्री सेल्सियस के साथ मंगलवार को प्रदेश में झांसी सबसे गरम रहा।

गर्मी से आंध्र प्रदेश की तीर्थ यात्री की मौत, दो की हालत बिगड़ी
आंध्र प्रदेश से बनारस, अयोध्या के बाद आगरा भ्रमण पर आई यात्रियों से भरी बस में सवार महिला की मंगलवार दोपहर गर्मी के कारण फिरोजाबाद में मौत हो गई। वहीं दो यात्रियों की हालत खराब है। उन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया है। टूंडला क्षेत्र के हजरतपुर फैक्ट्री के पास खाना खाने के लिए यात्री रुके थे। मुंह धोते समय महिला लुक्का रेणुकाम्मे निवासी मुलाकुड्डारू गुंटूर, आंध्र प्रदेश पर गिर गईं। कुछ देर में ही उनकी मृत्यु हो गई।

पांच साल बाद 48 डिग्री के पार पहुंचा प्रयागराज का पारा
मंगलवार को प्रयागराज सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। अधिकतम तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह पिछले पांच वर्षों के दौरान मई का सर्वाधिक तापमान है। इससे पहले 30 मई 2019 को जिले का अधिकतम तापमान 48.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था, जो कि मई महीने का अब तक का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड में दर्ज है। इसके अलावा 18 मई 2013 को 48.3 डिग्री सेल्सियस और  30 मई 1994 को तापमान 48.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। भीषण गर्मी की वजह से लोगों का हाल बेहाल हो गया। सड़क पर एक चंद मिनट खड़ा रहना भी मुश्किल हो गया। गर्म हवाओं ने तापमान को बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाई। बुधवार को तापमान एक नया रिकार्ड बना सकता है।

भीषण गर्मी से अधेड़ ने तोड़ा दम
नवाबगंज कोतवाली क्षेत्र के परियावां निवासी मोहनलाल 55 वर्ष पुत्र दुर्गा दीन अपने बेटी संगीता निवासी बहेरिया चौदह मिल कर दो दिन पहले ही घर आया था। बेटी संगीता ने बताया कि गर्मी की वजह से बीपी हाई हो जाने के कारण पिता बेहोश हो गये, जिनको एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डलमऊ पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

इटावा में चार की मौत
महोबा में मंगलवार को जनमानस को प्रचंड गर्मी का सामना करना पड़ा, अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि न्यूनतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह से ही तपिश महसूस हो रही थी। इस वजह से कहीं पर भी चैन नहीं मिल रहा था। प्रचंड गर्मी के कारण जिले में मंगलवार को चार लोगों की मौत हो गई।

हमीरपुर में प्रचंड गर्मी से मजदूर की मौत
थाना क्षेत्र सिसोलर के ग्राम टोलामाफ निवासी 58 वर्षीय रामचरण सोमवार को सुबह मनरेगा के तहत खेत में मजदूरों के साथ काम करने गए थे। दोपहर छुट्टी होने पर अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने पर वह खेत में ही लेट गए और बाद में हालत बिगड़ते देख मजदूरों की मदद से उसे उसके घर पहुंचा दिया गया। जहां शाम को उनकी मौत हो गई। घटना से मृतक के स्वजन में कोहराम मच गया। स्वजन ने बताया कि तेज धूप के कारण रामचरण की मौत हुई है। वहीं मौसम विभाग के प्रेक्षक भवानीदीन ने बताया कि मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 48.2 तक पहुंच गया। ओवरलोडिंग के साथ ट्रांसफार्मर फुंक हो रहे हैं। इसके अलावा बिजली लाइनों में फाल्ट भी बढ़ रहे हैं। गर्मी में बार-बार बिजली जाने से उपभोक्ता परेशान हैं। उपकेंद्रों पर ट्रांसफार्मरों को ठंडा करने के लिए कूलर लगाने के साथ ही सबमर्सिबल पंप से पानी डाला जा रहा है।
 

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