उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 64 तीर्थयात्रियों की मौत
देहरादून
उत्तराखंड (Uttarakhand) की चारधाम यात्रा जारी है. बीते वर्षों की तुलना में रिकॉर्डतोड़ श्रद्धालु पर्वतीय इलाकों में स्थित चारों धामों की यात्रा कर रहे हैं. ज्यादा भीड़ की वजह से व्यवस्था में भी समस्या आ रही है. जानकारी के मुताबिक चारधाम यात्र में अब तक 64 श्रृद्धालुओं की मौत हो चुकी है. इनमें से केदारनाथ में 27, बद्रीनाथ में 21, यमुनोत्रा में 13 और गंगोत्री में 3 लोगों की मौत हुई है.
चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए लगातार कोशिशें की जा रही हैं. ठहराव वाले स्थानों पर स्पेशल सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती करने के निर्देश दिये गये हैं.
9 लाख से ज्यादा लोगों ने किए चारधाम के दर्शन
10 मई 2024 को श्रीकेदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री तथा 12 मई को श्रीबदरीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए. उसके बाद से 23 मई 2024 तक चारों धामों में कुल 09 लाख 67 हजार 302 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. यमुनोत्री धाम में 01 लाख 79 हजार 932, गंगोत्री धाम में 01 लाख 66 हजार 191, श्री केदारनाथ में 04 लाख 24 हजार 242 और बदरीनाथ धाम में 01 लाख 96 हजार 937 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये हैं.
पिछले वर्षों की तुलना में पहले पखवाड़े में इस साल लगभग दोगुने श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन करने आ रही है. पिछले दिनों गढ़वाल आयुक्त ने बताया था कि चारधाम यात्रा में क्राउड मैनेजमेंट के लिए जरूरत पड़ने पर ही NDRF और ITBP की मदद ली जाएगी.
लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. 10 मई से शुरू हुई चार धाम यात्रा के पहले 10 दिन में 3 लाख 19 हजार श्रद्धालु पहुंचे हैं. उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने गुरुवार को एक वर्चुअल बैठक के दौरान केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को चार धाम यात्रा के जानकारी देते हुए बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में यात्रियों की संख्या में यमुनोत्री में 127 फीसदी, केदारनाथ में 156 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई.
इस वर्ष यात्रा सीजन के पहले दस दिनों में 138,537 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री के दर्शन किए, जो पिछले दो वर्षों की तुलना में 127 फीसदी ज्यादा है. इसी तरह 128,777 श्रद्धालुओं ने गंगोत्री धाम के दर्शन किये जो पिछले दो वर्षों की तुलना में 89 फीसदी ज्यादा हैं. केदारनाथ धाम में 319,193 श्रद्धालु आए, जो पिछले दो वर्षों की तुलना में 156 फीसदी ज्यादा हैं और बद्रीनाथ धाम में 139,656 श्रद्धालु आए और यह भी दो वर्षों की तुलना में 27 फीसदी ज्यादा हैं.