हर साल सुरक्षित ट्रेन परिचालन में 200 से अधिक संरक्षाकर्मी दुर्घटना का शिकार हो जाते है
नई दिल्ली
भारतीय रेल में प्रतिदिन 22,000 हजार से अधिक यात्री ट्रेनें व मालगाड़ियों के सुरक्षित परिचालन की जिम्मेदारी निभा रहे लाखों रेल संरक्षा कर्मियों को समय पर सुरक्षा उपकरण व वर्दी मिलेगी। रेलवे बोर्ड ने इस बाबत नए आदेश जारी किए हैं। रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई जोन में रेल संरक्षा कर्मियों गेटमैन, प्वाइंटमैन, केबिनमैन, लीवरमैन आदि को समय पर वर्दी-सुरक्षा उपकरण नहीं उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसको लेकर रेलवे बोर्ड ने उक्त संरक्षा कर्मियों (शंटिंग स्टाफ) को सुरक्षा उपकरण व वर्दी वितरित करने के आदेश जारी किए हैं।
इसमें वॉटरप्रूफ रेनकोट के लिए सालाना 1200 रुपये, सर्दियों में जैकेट के लिए दो साल में 2500 रुपये मिलेंगे। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जैकेट, ट्राउजर, दस्ताने, स्नो बूट, कैप आदि के लिए 10,000 रुपये का प्रावधान किया गया है। सेफ्टी बूट-टार्च के लिए 24,00 रुपये दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि हर साल सुरक्षित ट्रेन परिचालन में 200 से अधिक संरक्षाकर्मी दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। उनकी सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय का प्रबंध करने और समय पर उपलब्ध कराने हेतु जोनल रेलवे को सख्त आदेश दिए गए हैं।
लेवल-5 तक प्रमोशन देने का प्रस्ताव तैयार
रेलवे बोर्ड ने प्वांइटमैन के लिए लेवल-5 तक प्रमोशन देने का प्रस्ताव तैयार किया है। इससे उनके वेतन में भारी बढ़ोत्तरी हो जाएगी। इस बाबत वित्त मंत्रालय को प्रस्ताव भेज दिया है। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद इसे लागू किया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में प्वांइटमैन लेवल-एक (ग्रेड पे-1800 रुपये) पर भर्ती होते हैं। आजीवन नौकरी करने के बाद लेवल-दो (ग्रेड पे- 1900 रुपये) पर सेवानिवृत्ति हो जाते हैं।
अधिकारी ने बताया कि नए प्रस्ताव में प्वाइंटमैन वर्ग में लेवल-एक व दो के अलावा लेवल-चार व लेवल-पांच तक प्रमोशन का प्रावधान किया जाएगा। लेवल-चार में प्वांइटमैन को 2400 रुपये व लेवल-पांच में 2800 रुपये का ग्रेड पे मिलेगा।