एसआईएईसी बेंगलुरु में एयर इंडिया के लिए रखरखाव सुविधाएं विकसित करेगी
कम प्रावधानों के कारण यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में 18 प्रतिशत बढ़ा
एसआईएईसी बेंगलुरु में एयर इंडिया के लिए रखरखाव सुविधाएं विकसित करेगी
आईएमएफ को कर्ज चुकाने की पाकिस्तान की क्षमता पर संदेह
मुंबई,
सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने शनिवार को बताया कि मार्च तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 18.36 प्रतिशत बढ़कर 3,328 करोड़ रुपये हो गया।
बैंक ने बताया कि फंसे हुए कर्ज के लिए कम प्रावधान के चलते उसका मुनाफा बढ़ा।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का संचयी शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 13,797 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 8,512 करोड़ रुपये था।
समीक्षाधीन तिमाही में बैंक का एकल शुद्ध लाभ बढ़कर 3,311 करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले साल की समान अवधि में 2,782 करोड़ रुपये था।
अग्रिमों में 11.7 प्रतिशत की वृद्धि से मुख्य शुद्ध ब्याज आय 14.38 प्रतिशत बढ़कर 9,437 करोड़ रुपये हो गई और शुद्ध ब्याज मार्जिन बढ़कर 3.10 प्रतिशत हो गया, जो एक साल पहले 2.97 प्रतिशत था।
बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए मणिमेखलाई ने संवाददाताओं से कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान ऋण वृद्धि 11-13 प्रतिशत और जमा वृद्धि 9-11 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
फंसे हुए कर्ज के लिए कुल प्रावधान सालाना आधार पर 4,041 करोड़ रुपये से घटकर 3,222 करोड़ रुपये हो गया।
एसआईएईसी बेंगलुरु में एयर इंडिया के लिए रखरखाव सुविधाएं विकसित करेगी
नयी दिल्ली
एयर इंडिया ने बेंगलुरु में रखरखाव सुविधाएं विकसित करने के लिए एसआईए इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड (एसआईएईसी) को रणनीतिक भागीदार बनाया है।
वर्ष 2026 तक तैयार होने वाली इन सुविधाओं में चौड़े और संकरे आकार वाले विमानों की मरम्मत की जा सकेगी।
इससे एयर इंडिया समूह के विमान बेड़े के रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
एयरलाइन ने एक विज्ञप्ति में कहा, ”साझेदारी के तहत एयर इंडिया बेंगलुरु में एयर इंडिया की रखरखाव सुविधाओं की योजना, निर्माण, विकास और संचालन के लिए एसआईएईसी के साथ मिलकर काम करेगी।”
टाटा के स्वामित्व वाले एयर इंडिया समूह की चार एयरलाइंस हैं – एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, एआईएक्स कनेक्ट और विस्तारा।
आईएमएफ को कर्ज चुकाने की पाकिस्तान की क्षमता पर संदेह
इस्लामाबाद
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि पाकिस्तान को कर्ज चुकाने में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
इसके साथ ही वैश्विक वित्तीय निकाय ने नकदी की कमी से जूझ रहे देश की कर्ज चुकाने की क्षमता पर संदेह किया है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के बारे में वाशिंगटन स्थित बैंक का आकलन ऐसे वक्त में आया है, जब आईएमएफ सहायता दल शुक्रवार को यहां अधिकारियों के साथ बातचीत करने के लिए पहुंचा है।
इस्लामाबाद ने विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) के तहत नए राहत पैकेज का अनुरोध किया था। आईएमएफ का दल इस अनुरोध पर चर्चा के लिए आया है।
जियो न्यूज ने इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान पर जारी अपनी स्टाफ रिपोर्ट में आईएमएफ के हवाले से कहा कि कर्ज चुकाने की पाकिस्तान की क्षमता गंभीर जोखिमों के अधीन है, और यह नीतियों को लागू करने तथा समय पर बाहरी वित्तपोषण पर निर्भर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेष रूप से सुधारों को अपनाने में देरी, उच्च सार्वजनिक ऋण और सकल वित्त पोषण की जरूरतें और सामाजिक-राजनीतिक कारक – नीति कार्यान्वयन को खतरे में डाल सकते हैं।
दिग्गज निवेशक और अरबपति जिम साइमंस का निधन
वाशिंगटन
अरबपति निवेशक, गणितज्ञ और दानदाता जिम साइमंस का न्यूयॉर्क के मैनहट्न स्थिर घर पर निधन हो गया। सिमंस 86 साल के थे। वे वॉल स्ट्रील के सबसे सफल निवेशकों में एक थे। उनके निधन की पुष्टि उनके प्रवक्ता जोनाथन गैस्टाल्टर ने की। जिम साइमंस की बनाई रेनेसां टेक्नोलॉजीज को दुनिया की सबसे बड़ी पैसा बनाने वाली मशीन माना जाता है।
साइमंस का जन्म 25 अप्रैल, 1938 को ब्रुकलाइन के बोस्टन उपनगर मे हुआ था। जिम साइमंस मैथ्यू साइमंस और मार्सिया साइमंस की एकमात्र संतान थे। उनके पिता फिल्म उद्योग में 20th सेंचुरी फॉक्स के लिए न्यू इंग्लैंड में बिक्री प्रतिनिधि के रूप में काम करते थे।
शीत युद्ध के समय अमेरिकी सरकार के लिए कोड ब्रेकर के रूप में काम करने वाले साइमंस ने कभी भी इस रहस्य खुलासा नहीं कि उन्होंने अपने सबसे प्रसिद्ध फंड, मेडेलियन को एसएंडपी 500 इंडेक्स की तुलना में चार गुना से अधिक रिटर्न देने वाला फंड कैसे बनाया? 1988 से 2023 तक, इस फंड ने मोटी फीस चुकाने के बावजूद लगभग 40% का औसत वार्षिक रिटर्न दिया। इस रिटर्न के बूते साइमंस और उनके तीन सहयोगी अरबपति बन गए।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, उनकी अनुमानित संपत्ति 31.8 बिलियन डॉलर थी। वे दुनिया के 49 वें सबसे अमीर व्यक्ति थे। "गणित एकमात्र विषय था जो मुझे पसंद था," सिमंस ने नंबरफाइल पॉडकास्ट के लिए 2015 के एक साक्षात्कार यह बात कही थी।
प्रेस्टीज एस्टेट्स के सीईओ वेंकट नारायण का इस्तीफा
नयी दिल्ली
रियल्टी कंपनी प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) वेंकट नारायण ने निजी हितों को आगे बढ़ाने के लिए कंपनी से इस्तीफा दे दिया है।वेंकट ने अगस्त 2017 में प्रेस्टीज एस्टेट्स के सीईओ की जिम्मेदारी संभाली थी।कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि वेंकट ने 10 मई, 2024 को कंपनी के सीईओ पद और बोर्ड की समितियों से अपना इस्तीफा दे दिया है।
बोर्ड ने शुक्रवार को हुई बैठक में उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। वह 10 अगस्त, 2024 तक कंपनी से जुड़े रहेंगे।