मप्र के मालवा-निमाड़ अंचल में भाजपा को कड़ी टक्कर देती दिख रही कांग्रेस
भोपाल
मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल में कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर देती दिख रही है। पांच माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने खरगोन और धार लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाई थी। दोनों क्षेत्रों में कांग्रेस ने पांच-पांच विधानसभा सीटें जीतीं थीं। आदिवासी समीकरण को देखते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी इसी क्षेत्र से बनाया गया है। वहीं, रतलाम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों में मुकाबला बराबरी का रहा था। इसी आधार पर कांग्रेस ने इस बार पूरा दम इन्हीं सीटों पर लगाया है।
भाजपा ने भी की घेराबंदी
उधर, कांग्रेस से मिल रही चुनौती को देखते हुए भाजपा ने एक-एक सीट पर कांग्रेस की घेराबंदी करने के लिए मंत्रियों और विधायकों को उतार दिया है। संगठन पदाधिकारी बूथ प्रबंधन के काम में जुटे हैं। कमजोर बूथों को चिह्नित कर वहां विशेष ध्यान दिया जा रहा है। 13 मई को मालवा-निमाड़ अंचल की आठ लोकसभा सीटों के लिए मतदान होना है। इनमें इंदौर, उज्जैन, देवास, खंडवा, खरगोन, धार, रतलाम और मंदसौर सीटें शामिल हैं। इन लोकसभा क्षेत्रों के अंतर्गत 64 विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिनमें से वर्ष 2023 में भाजपा ने 46, कांग्रेस ने 17 और भारत आदिवासी पार्टी ने एक सीट जीती थी। खरगोन, धार और रतलाम सीट के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के लिए परिणाम अनुकूल रहे थे। इसे ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने मालवा-निमाड़ अंचल की तीन सीटों पर विशेष ध्यान दिया है।
कांग्रेस का इन सीटों पर दांव
धार संसदीय क्षेत्र की गंधवानी विधानसभा सीट से आने वाले उमंग सिंघार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया। उनकी पसंद को ध्यान में रखते हुए राधेश्याम मुवेल को लोकसभा का टिकट दिया और चुनावी प्रबंधन की कमान भी वह ही संभाल रहे हैं। भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भी रणनीति के तहत ही बदनावर में राहुल गांधी की सभा कराई गई थी। इसी तरह खरगोन में सेल्स टैक्स की नौकरी छोड़कर आए पोरलाल खरते पर दांव लगाया है। यहां पूर्व मंत्री बाला बच्चन, सचिन यादव, रवि जोशी, विजयलक्ष्मी साधौ दम लगा रहे हैं। यहां भी राहुल गांधी की सभा कराई जा चुकी है। इसी तरह रतलाम सीट भी पार्टी के फोकस में है। यहां की आठ विधानसभा में से तीन कांग्रेस ने जीती हैं औ एक सीट भारत आदिवासी पार्टी को मिली। शेष चार सीटें भाजपा के पास हैं। पार्टी ने यहां अपने दिग्गज आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया पर दांव लगाया है, जो पांच बार इस सीट से सांसद रह चुके हैं। आलीराजपुर जिले के जोबट विधानसभा क्षेत्र में भी राहुल गांधी सभा कर चुके हैं।
भाजपा ने उतारे दिग्गज
मालवा-निमाड़ की सीटों पर कांग्रेस की चुनौती को देखते हुए भाजपा ने मंत्रियों और विधायकों अलग-अलग सीटों पर उतार दिया है। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, राजेंद्र शुक्ल, कैलाश विजयवर्गीय समेत अन्य मंत्री लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं तो विधायकों और पूर्व विधायकों से कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र में मोर्चा संभालें।
उधर, संगठन पदाधिकारियों को बूथ प्रबंधन के काम पर लगाया गया है। कमजोर बूथ चिन्हित करके पन्ना और अर्द्ध पन्ना प्रभारी को एक-एक मतदाता से संपर्क करने का दायित्व दिया है। मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा जहां सभा और रोड शो तो संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं।