सुक्खू बोले – ‘कंगना मंडी के अंगना’ फ्लॉप होगी, विक्रमादित्य के नामांकन के बाद शक्ति प्रदर्शन
मंडी
हिमाचल प्रदेश की हॉट लोकसभा सीट मंडी से कांग्रेस के युवा नेता व कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने नामांकन भर दिया है। उन्होंने गुरूवार को मंडी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह व प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। मंडी में भाजपा ने बॉलीबुड अभिनेत्री कंगना रनौत को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर रोचक मुकाबला होने के आसार हैं।
नामांकन के बहाने प्रदर्शन
नामांकन के बाद ऐतिहासिक सेरी मंच पर रैली का आयोजन हुआ। इस रैली में भारी तादाद में लोगों को जुटाकर कांग्रेस ने अपनी सियासी ताकत दिखाई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा नेताओं जयराम ठाकुर और कंगना रनौत पर बड़ा सियासी हमला बोला। मुख्यमंत्री भाजपा के साथ कांग्रेस के बागियों पर भी जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विक्रमादित्य सिंह राजनीति के युवा हीरो हैं और आज वह राजनीति में नहीं होते, तो बॉलीवुड के टॉप के हीरो होते। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले वर्ष आई आपदा में विक्रमादित्य सिंह ने लोक निर्माण मंत्री के रूप में बेहतर काम किया और प्रभावितों के दुख दर्द में साथ रहे। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत ने फिल्म इंडस्ट्री में बहुत नाम कमाया है, लेकिन जयराम ठाकुर उन्हें जबरदस्ती राजनीति में ले आए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज्य प्रभारी राजीव शुक्ला की रणनीति के घबराकर जयराम ठाकुर ने चुनाव से किनारा कर लिया और अपनी जगह कंगना को मैदान में उतार दिया।
'कंगना मंडी के अंगना' फ्लॉप होगी- सुक्खू
मुख्यमंत्री ने कहा कि जयराम ठाकुर ने कंगना से सिर्फ एक महीने के लिए शूटिंग की डेट मांगी है। फिल्म का नाम है 'कंगना मंडी के अंगना' लेकिन अगर डायरेक्टर फ्लॉप हो तो फिल्म का फ्लॉप होना तय है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी 2022 में जयराम ठाकुर ने फिल्म बनाई, जिसका नाम रखा 'रिवाज बदलेंगे' लेकिन जनता ने उन्हें ही बदल दिया। फिर 27 फरवरी 2024 को 'ऑपरेशन लोट्स' फिल्म बनाई, लेकिन वह फिल्म भी पिट गई। इसलिए इस बार भी फ्लॉप डायरेक्टर की फिल्म फ्लॉप होना तय है।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विधानसभा में जयराम ठाकुर ने कहा कि इस सरकार को भगवान भी नहीं बचा सकता है। लेकिन भगवान ने इस सरकार को बचाया है और बिके हुए छह विधायकों को अब दोबारा चुनाव लड़ना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव बेईमानी और ईमानदारी के बीच है तथा कांग्रेस पार्टी ने सभी साफ छवि वाले उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। कांग्रेस पार्टी ने एक भी दागी को टिकट नहीं दिया है।
मंडी संसदीय सीट पर वीरभद्र परिवार का रहा दबदबा
मंडी संसदीय क्षेत्र में वीरभद्र परिवार का दबदबा रहा है। वीरभद्र सिंह परिवार का यह दसवां चुनाव होगा। वीरभद्र सिंह ने चार और प्रतिभा सिंह ने यहां पांच बार चुनाव लड़ा था। दोनों छह बार विजयी हुए थे। विक्रमादित्य सिंह का यह तीसरा और लोकसभा का पहला चुनाव है। इससे पहले वह शिमला ग्रामीण से विधानसभा के दो चुनाव लड़ चुके हैं। दोनों में विजयी हुए थे। वर्तमान में वह शिमला ग्रामीण से विधायक हैं और सुक्खू सरकार में लोकनिर्माण व शहरी विकास जैसे अहम विभागों के मंत्री हैं।