बेंगलुरु में स्ट्रेचर पर वोट डालने गई निमोनिया से पीड़ित 78 साल की महिला
जम्मू-कश्मीर : सोपोर में मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर, एक नागरिक और दो सैनिक भी घायल
बेंगलुरु में स्ट्रेचर पर वोट डालने गई निमोनिया से पीड़ित 78 साल की महिला
एक्ट्रेस नेहा शर्मा ने वोट डालने के बाद कहा- ये हमारा अधिकार और कर्तव्य दोनों है
श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में शुक्रवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच चल रही गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए, जबकि एक नागरिक और दो सैनिक घायल हो गए।
आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस, सेना और सीआरपीएफ सहित सुरक्षाबलों ने गुरुवार को सोपोर शहर के नौपोरा इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया।
अधिकारियों ने कहा कि जैसे ही सुरक्षा बल छिपे हुए आतंकवादियों के करीब पहुंचे, उन्होंने आसपास के सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई।
आतंकवादियों की गोलीबारी में दो सैनिक घायल हो गए। एक नागरिक को भी कंधे पर गोली लगी है।
घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत स्थिर है।
इस चल रही गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए हैं। उनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। अधिकारियों ने बताया, ''इलाके में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है।''
बेंगलुरु में स्ट्रेचर पर वोट डालने गई निमोनिया से पीड़ित 78 साल की महिला
बेंगलुरु
कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों में से 14 पर शुक्रवार को वोटिंग चल रही है। बेंगलुरु के लगभग सभी मतदान केंदों पर लोगों की भीड़ देखी जा सकती है। वहीं 78 वर्षीय कलावती में भी यह जज़्बा साफ दिखाई दिया। निमोनिया से पीड़ित होने के बाद भी महिला ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
कलावती को खांसी, सांस फूलने और थकावट के लक्षणों के बाद 23 अप्रैल की शाम को मणिपाल अस्पताल जयनगर ले जाया गया। जहां परीक्षण के बाद उनमें निमोनिया का पता चला।
उनकी गंभीर हालत देखते हुए मणिपाल अस्पताल जयनगर के जीएम, कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन डॉ. अरविंद ने तुरंत उनका उपचार शुरू किया।
रिकवरी रूम में होने के बावजूद कलावती ने अपने मतदान अधिकार का प्रयोग करने की इच्छा व्यक्त की।
हालांकि उनके स्वास्थ्य के चलते वोट देना है या नहीं, यह प्रश्न बना रहा। मगर महिला के जज्बे को देखते हुए मेडिकल टीम ने मतदान करने में महिला का पूरा साथ दिया।
नर्सिंग टीम की सहायता से कलावती को स्ट्रेचर पर वोट डालने के लिए जयनगर निर्वाचन क्षेत्र में ले जाया गया, जहां उन्होंने वोटिंग की।
एक्ट्रेस नेहा शर्मा ने वोट डालने के बाद कहा- ये हमारा अधिकार और कर्तव्य दोनों है
बिहार
बिहार की 5 लोकसभा सीटों पर आज मतदान चल रहा है। इनमें किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, बांका और भागलपुर लोकसभा सीट शामिल है। दूसरे चरण में वोटिंग के लिए लोगों की लंबी लाइन लग रही है।
बॉलीवुड एक्ट्रेस नेहा शर्मा ने भागलपुर में मतदान केंद्र पर पहुंचकर वोट डाला। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए लोगों से मताधिकार का इस्तेमाल करने की अपील की।
वीडियो को शेयर करते हुए नेहा ने कैप्शन में लिखा, ''एक जागरूक नागरिक के रूप में वोट करना हमारा अधिकार और कर्तव्य दोनों है। आज मैंने वोट कर लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। मैं भागलपुर के लोगों और पूरे देश में जहां जहां वोटिंग हो रही है, वहां के लोगों से अपील करती हूं, सभी लोग वोट जरूर करें।''
बता दें कि नेहा शर्मा के पिता अजीत शर्मा कांग्रेस के टिकट पर भागलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। अपने पिता का समर्थन करते हुए वह बिहार में प्रचार-प्रसार करती नजर आईं। उन्होंने भागलपुर की सड़कों पर रोड शो किया, जिसकी काफी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी। एक्ट्रेस जनता का अभिवादन और उन्हें वोट डालने के लिए प्रोत्साहित करती हुई नजर आईं।
मनोज जरांगे-पाटिल जालना में वोट डालने के लिए एम्बुलेंस में रवाना
जालना
शिव संगठन के नेता मनोज जरांगे-पाटिल शुक्रवार को वोट डालने छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) से पड़ोसी जालना के लिए एक एम्बुलेंस में रवाना हुए। बीमार जरांगे-पाटिल दोपहर बाद अपने पैतृक गांव अंतरावाली-सरती में अपना वोट डालेंगे।
एक सहयोगी ने कहा, "छत्रपति संभाजीनगर के गैलेक्सी अस्पताल से एम्बुलेंस में स्ट्रेचर पर लेटे हुए जरांगे-पाटिल रवाना हुए। जालना की 60 किमी लंबी यात्रा बिना कोई परेशानी के पूरी हो, उसके लिए वह एक मेडिकल टीम की देखरेख में हैं।"
सहयोगी ने आईएएनएस को बताया, "अपना वोट डालने के बाद जरांगे-पाटिल के अस्पताल लौटने की उम्मीद है। उन्हें धाराशिव (उस्मानाबाद) में दौरे के दौरान अचानक अस्वस्थ महसूस होने के बाद बुधवार को भर्ती कराया गया था।"
कमजोर लेकिन दृढ़ दिखाई दे रहे जारंगे-पाटिल ने दोहराया कि वह मराठों के समर्थन के लिए किसी भी राजनीतिक दल से संबंधित लोकसभा उम्मीदवारों के नामों की सिफारिश नहीं करेंगे।
जरांगे-पाटिल ने कहा, "मैं केवल इतना कहूंगा कि आपको समझदारी से उन लोगों को वोट देना चाहिए जो आपके हित के लिए लड़ेंगे… न कि उन लोगों के लिए जो मराठों को ओबीसी श्रेणी से आरक्षण मिलने का विरोध कर रहे हैं।"