एडिलेड से फ्लोरिडा पहुंची पिच, तय किया 22,500 किमी का सफर
फ्लोरिडा
इस साल 01 जून से वेस्टइंडीज और अमरीका की संयुक्त मेजबानी में आयोजित होने वाले आइसीसी टी-20 विश्व कप के लिए तैयारियां जोरो पर हैं। खासतौर पर अमरीका इस टूर्नामेंट को लेकर बेहद उत्साहित है। एक रिपोर्ट के अनुसार अमरीका में खेले जाने वाले मैचों में ड्रॉप-इन पिचों का इस्तेमाल किया जाएगा। इन पिचों का निर्माण ऑस्ट्रेलियाई शहर एडिलेड में किया गया, और यहां से शिप के जरिए 22,500 किलोमीटर का सफर तय यह फ्लोरिडा पहुंची हैं, जहां विश्व कप के लिए स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है।
पिच में गति और उछाल होगा
एडिलेड ओवल के पिच क्यूरेटर डेमियन हफ ने ऑस्ट्रेलिया में पिचों को विकसित करने में अहम भूमिका निभाई। उनके पास इन पिचों को अमरीका तक पहुंचाने का काम सौंपा गया है। हफ ने कहा, हमारा उद्देश्य ऐसी पिचें तैयार करना है जिनमें गति और लगातार उछाल हो, जिस पर खिलाड़ी अपने शॉट्स खेल सकें।
पिचों को इस तरह से बनाया गया :
-विश्व कप के लिए 10 ड्रॉप-इन पिचों का निर्माण अक्टूबर 2023 में शुरू किया गया था। इन पिचों को शुरुआत में एक ट्रे में लगाया गया।
-इन पिचों में इस्तेमाल होने वाली मिट्टी कुछ इस तरह की है, जैसी बेसबॉल के मैचों की पिचों में उपयोग की जाती है।
-इन पिचों को बनाने के लिए ऐसे वातावरण में रखा गया, जहां गर्म जलवायु हो। पिचों को स्टील फ्रैंम में बंद करके रखा जाता है।
-ड्रॉप इन पिचें करीब 24 मीटर लंबी और तीन मीटर चौड़ी होती हैं। इनकी गहराई 20 सेंटीमीटर और वजन करीब 30 टन होता है।
10 : ड्रॉप इन पिचें अमरीका में कुल भेजी गई
16 : मैच विश्व कप के अमरीका में खेले जाएंगे
39 : मुकाबलों का आयोजन वेस्टइंडीज में होगा
इस कारण होता है इस्तेमाल :
आमतौर पर क्रिकेट पिचों का निर्माण स्टेडियम में ही किया जाता है। इन स्टेडियम में क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों का आयोजन नहीं किया जाता। लेकिन कई देश ऐसे भी हैं, जहां एक ही मैदान पर कई तरह के खेलों का आयोजन होता है। ऐसे में वहां स्थायी तौर पर क्रिकेट पिच नहीं बनाई जाती। इन स्टेडियम में ड्रॉप इन पिचों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके तहत, पिचें बनाई कहीं और जाती हैं और उन्हें वहां से लाकर मैदान पर बिछा दिया जाता है।
70 के दशक में जॉन ने किया निर्माण
ड्रॉप इन पिचों का इस्तेमाल पहली बार 1970 में उस समय किया गया, जब ऑस्ट्रेलियाई कारोबारी कैरी पैकर ने वल्र्ड सीरीज टूर्नामेंट आयोजित किया। सबसे पहले इन पिचों का निर्माण पर्थ (ऑस्ट्रेलिया) के क्यूरेटर जॉन मैले ने किया था।