ओटीपी फ्रॉड: टेलिकॉम कंपनियों और बैंक के साथ मिलकर एक नया सॉल्यूशन पेश
नई दिल्ली
मोबाइल से पैसे उड़ाने के खेल में ओटीपी अहम रोल अदा करता है। कस्टमर केयर एंजेंट और दोस्त बनकर ओटीटी हासिल करके ऑनलाइन फ्रॉड को अंजाम दिया जाता है। साथ ही कई बार सिम बंद होने, बैंक अकाउंट बंद होने और बिलजी कनेक्शन कटने का डर दिखाकर केवाई अपडेट के नाम पर ओटीटी फ्रॉड किया जाता है।
सरकार का अचूक प्लान
हालांकि अब इस तरह के सारे फ्रॉड बंद होंगे, क्योंकि सरकार एक अचूक प्लान लेकर आ रही है, जिससे ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों की तुरंत पकड़ होगी। होम मिनिस्ट्री, एसबीआई, पेमेंट सर्विस लिमिटेड और टेलिकॉम ऑपरेटर की टीम मिलकर एक तगड़ा प्लान बना रहे हैं, जिसके तहत एक नया फॉर्मूला बनाया जा रहा है, जिसका तोड़ निकालना फ्रॉड करने वालों के नामुमकिन है।
कैसे काम करेगा नया प्लान
दरअसल फोन पर ओटीपी भेजने पर उसके मौजूदा दर्ज बैंक एड्रेस और उसकी मौजूदा जियो लोकेशन की मिलान की जाएगी। अगर दोनों लोकेशन सही मिलती है, तभी ओटीपी दर्ज करने के बाद ऑनलाइन पेमेंट किया जाएगा। अगर दोनों लोकेशन का सही मिलान नहीं होता है, तो उसे लेकर यूजर्स को ऑनलाइन फ्रॉड के खतरे को लेकर अलर्ट किया जाएगा। वही कस्टमर के निर्देश पर ओटीपी को ब्लॉक भी किया जा सकता है।
तेजी से बढ़ रहे ऑनलाइन फ्रॉड
इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (i4C) के मुताबिक अप्रैल 2021 और दिसंबर 2023 के बीच करीब 10,319 करोड़ रुपये का गबन किया गया है। इस तरह के ऑनलाइन फ्रॉड को सबसे ज्यादा चीन, कंबोडिया और म्यांमार से अंजाम दिया गया है। इसे लेकर साल 2023 कैलेंडर ईयर में करीब 11 लाख शिकायत मिली हैं।