भाजपा के संकल्प पत्र में वैश्विक स्तर पर तमिल भाषा को बढ़ावा देने का वादा किया गया
चेन्नई
डॉ. बी.आर. अंबेडकर की 134वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा का संकल्प पत्र जारी किया। इसमें वैश्विक स्तर पर तमिल भाषा को बढ़ावा देने का वादा किया गया है। इस चुनावी घोषणा पत्र में तमिल भाषा और संस्कृति के वैश्विक उत्थान के लिए दुनिया भर में तिरुवल्लुवर सांस्कृतिक केंद्र स्थापित करने का वादा किया गया है। प्रधानमंत्री ने संकल्प पत्र जारी करते हुए कहा "दुनिया भर में तिरुवल्लुवर सांस्कृतिक केंद्र बनाए जाएंगे और भाजपा दुनिया की सबसे पुरानी भाषा तमिल की प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। "
तिरुवल्लुवर या वल्लुवर एक तमिल कवि थे। उन्हें तमिलनाडु के सांस्कृतिक प्रतीक पुरुष के रूप में माना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी तमिल सांस्कृतिक प्रतीकों के साथ खुद को जोड़ते हुए तमिल वासियों को एक संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम पिछले दो महीने में सात बार तमिलनाडु का दौरा कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने तमिल संस्कृति, भाषा और प्रतीकों को जोर-शोर से बढ़ावा देने का ऐलान किया।
अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से पहले वह रामेश्वरम मंदिर, तिरुचि श्रीरंगम मंदिर और धनुषकोडी में थे। प्रधानमंत्री मोदी ने नवनिर्मित संसद भवन में 'सेंगोल' स्थापित किया था, जो चोल साम्राज्य की देने और तमिल संस्कृति की अनूठी धरोहर है।
भाजपा लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु में बड़ी जीत की उम्मीद कर रही है। बीते कुछ समय में पीएम मोदी तमिल भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कोशिशों में जुटे हुए है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में तमिल में भी बात की थी और तमिलनाडु के लोगों से यह भी कहा था कि 2019 में संयुक्त राष्ट्र में तमिल में बोलना उनके जीवन का सबसे सुखद क्षण था।