नींद की कमी के खतरे: मानसिक और शारीरिक समस्याएं
सुकून की नींद हमारे लिए कितनी जरूरी है इस बात से हम सभी वाकिफ हैं, ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट इस बात की सलाह देते हैं कि एक हेल्दी एडल्ट को 24 में से 8 घंटे जरूर सोना चाहिए, इससे हमारी अच्छी सेहत बरकरार रहेगी. कुछ लोगों को नींद लेने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है, लेकिन हर कोई इतना लकी नहीं होता. आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में वर्किंग क्लास के लोग, या फिर छोटे बच्चे की मां को सोने के लिए इतना टाइम नहीं मिल पाता. आइए जानते हैं कि 5 घंटे से कम सोने वाले लोगों के शरीर पर इसका कितना बुरा असर हो सकता है.
5 घंटे से कम सोने के नुकसान
1. मेमोरी लॉस (Memory Loss)
अगर हम 5 घंटे की नींद भी पूरी नहीं कर पा रहे, तो इसका नेगेटिव असर हमारे दिमाग पर पड़ेगा. नींद के दौरान हमारा ब्रेन इस तरह काम करता है जिससे चीजों को याद रखना आसान हो जाता है. इसके उलट अगर हम कम साएंगे तो याददाश्त जरूर कम हो जाएगी.
2. मूड स्विंग (Mood Swing)
अगर हमें नींद न आए तो दिमाग पूरी तरह थक जाता है इसके कारण हमारा मूड भी नॉर्मल नहीं रह पाता, ऐसे में डिप्रेशन, एंग्जाइटी, स्ट्रेस और मूड स्विंग होना लाजमी है. इसलिए 8 घंटे की नींद जरूर लें.
3. इम्यूनिटी होगी कमजोर ( Weak Immunity)
कोरोना संक्रमण का दौर आने के बाद से ही इम्यूनिटी को बूस्ट करने की बात की जा रही है जिससे बीमारियों से बचा जा सके. वहीं अगर हम 5 घंटे की नींद के लिए भी वक्त नहीं निकाल पाते तो इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाएगी.
4. डायबिटीज का खतरा (Diabetes Risk)
डायबिटीज भारत में ही नहीं दुनियाभर में एक गंभीर बीमारी बन चुकी हैं. अगर आप इसके शिकार नहीं होना चाहते तो पूरे 8 घंटे की नींद जरूर लें. वरना बल्ड शुगर लेवल बढ़ने लगेगा और मधुमेह का खतरा पैदा हो जाएगा.