शराब घोटाला मामले में ACB की बड़ी कार्रवाई, हिरासत में अनवर ढेबर, आठ महीने पहले मिली थी जमानत
रायपुर
छत्तीसगढ़ के शराब घोटाला केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के बाद राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने कार्रवाई तेज कर दी है। गुरुवार को जमानत पर चल रहे कारोबारी अनवर ढेबर को EOW ने हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है।अनवर ढेबर रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई हैं। बता दें कि अनवर को तकरीबन 8 महीने पहले जमानत दी गई थी।
अनवर ढेबर को हिरासत में लेने के विषय में ACB के अधिकारियों द्वारा अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ACB अनवर ढेबर को स्पेशल कोर्ट में पेश कर सकती है। एंटी करप्शन ब्यूरो इसी मामले में अरविंद सिंह की गिरफ्तारी कर चुकी है और रायपुर विशेष कोर्ट में पेश कर 4 दिन की शर्तों के साथ रिमांड में लिया है। अदालत ने कई गंभीर शर्तों के साथ अरविंद की रिमांड ACB को दी है। वहीं शराब घोटाले में आरोपी अरविंद सिंह को 2 दिन पहले ही हाईकोर्ट ने जमानत दी थी लेकिन एंटी करप्शन ब्यूरो ने गुरूवार को एक बार फिर 5 दिन के लिए रिमांड में ले लिया है। ACB अरविंद से 8 अप्रैल तक फिर से पूछताछ करेगी। कारोबारी अरविंद सिंह को करीब 10 महीने पहले ED ने दुर्ग से गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही वह जेल में बंद था।
अनवर ढेबर ACB की हिरासत में
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अनवर ढेबर को दुर्ग रोड स्थित एक टोल नाके के पास ACB ने पकड़ा है। सूत्रों के अनुसार अनवर को करीब 3 बजे हिरासत में लिया है। 2 हजार 161 करोड़ के शराब घोटाले में ED की रिपोर्ट के आधार पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने 70 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है जिसमे अरविंद सिंह और अनवर ढेबर का भी नाम शामिल है। अनवर ढेबर को ED ने पिछले साल गिरफ्तार किया था।
शराब घोटाले में अरविंद सिंह की भूमिका
बिजनेसमैन अरविंद सिंह आबकारी विभाग के विशेष सचिव रहे हैं। शराब घोटाला मामले में अरविंद के परिवार के सदस्यों भी शामिल थे। उनकी पत्नी भी जांच के घेरे में हैं। जांच रिपोर्ट के मुताबिक अरविंद पैसा कलेक्शन का काम करता था। उस पैसों को इधर से उधर ठिकाने तक पहुंचाता था।