पहले हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा होता था, हम लोग आ गए तो हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा भी खत्म हो गया : नीतीश कुमार
पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि जब तक हम लोग हैं, हिन्दू-मुसलमान का झगड़ा नहीं होगा लेकिन गलती से फिर उसी को वोट दीजिएगा तो फिर झगड़ा शुरू करा देगा। जमुई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली में जेडीयू अध्यक्ष नीतीश ने राजद की सरकार में लालू यादव और राबड़ी देवी के 15 साल के कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि पहले हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा होता था। हम लोग आ गए तो हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा भी खत्म हो गया। उन्होंने आरजेडी के 15 साल के शासन की याद दिलाते हुए कहा कि उस समय शाम में कोई घर से बाहर निकल पाता था क्या लेकिन ये लोग आज भारी-भारी बात करेगा। 15 साल मौका मिला लेकिन कुछ नहीं हुआ। हम लोगों को मौका तो हम लोगों ने सब काम कर दिया।
नीतीश कुमार ने अपने संबोधन की शुरुआत पीएम की तारीफ और लालू-कांग्रेस की आलोचना के साथ की। कहा कि आदरणीय नरेंद्र मोदी जी का बिहार की धरती पर अभिनंदन करता हूं। उन्होंने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न सम्मान दिलाकर न सिर्फ बिहार की गरिमा बढ़ाई बल्कि वर्षों पुरानी मांग भी पूरी कर दी। यह बात बिहार के लोग भूलेंगे नहीं अपने कर्पूरी ठाकुर जी के काम को सम्मान दिया। नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोग 2005 से मिलकर बिहार के लिए काम कर रहे हैं। उन दिनों को याद कर लीजिए जब प्रदेश में उन लोगों( लालू यादव, राबड़ी देवी) की सरकार थी। 2005 में हम सरकार में आए उससे पहले कोई घर से बाहर नहीं निकलता था। 15 साल तक उन लोगों को मौका मिला लेकिन कोई काम नहीं किया। जब हम लोगों को मौका मिला तो बहुत कुछ बदल कर रख दिया।
सीएम ने कहा कि आज लड़कियां. महिलाएं सब आराम से बाहर निकलते हैं। भाजपा के साथ मिलकर हम लोगों ने बहुत काम किया। सीएम ने कहा कि बीच में एक बार हम उसके साथ चले गए तो बहुत बड़ी बड़ी बातें बनाता है। लेकिन अब हम इधर आ गए हैं तो उधर नहीं जाना है। नरेंद्र मोदी जी 10 साल से प्रधानमंत्री हैं। इन्होंने बिहार के लिए भी बहुत काम किया है। केंद्र सरकार की तरफ से बिहार में सड़क पर पुल का कितना काम हो रहा है। केंद्र सरकार योजना देता है और हम लोग मिलकर बिहार में जमीन पर उतारते हैं। जनता एक-एक चीज देख ले कि भाजपा के साथ मिलकर हमारी सरकार ने कितना काम किया।
नीतीश कुमार ने मुस्लिम मतदाताओं की इशारा करते हुए कहा कि 2005 तक बिहार में हिंदू मुस्लिम का खूब झगड़ा होता था। जब हम लोग आ गए तो वह अभी बंद हो गया। आप लोग अब उनके लाने की गलती नहीं करिएगा। उसको कभी वोट मत दीजिएगा नहीं तो हिंदू मुस्लिम का झगड़ा फिर शुरू कर देगा। जब उनका राज था तो आपका बच्चा भी नहीं पढ़ता था, बच्चियों की बात तो छोड़ दीजिए। स्वास्थ्य की कोई व्यवस्था नहीं थी। लेकिन आज अस्पतालों की स्थिति बदल गई है। कितने बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार हुआ है।
नीतीश कुमार ने बिहार में विकास कार्यों की बात बताते हुए कहा कि 2015 में हम लोग सात निश्चय की योजना लेकर आए। अब 2020 में सात निश्चय पार्ट 2 लागू किया गया है। सरकारी नौकरी भी बड़े पैमाने पर बिहार में दी जा रही है। शिक्षक बहाली की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कई फेज की नियुक्ति हो चुकी है और कई फेज पाइपलाइन में है। सभी क्षेत्रों में रोजगार दिया जा रहा है। हम लोग शुरू से ही न्याय के साथ विकास के सिद्धांत पर काम कर रहे हैं। आज मुझे बहुत खुशी हो रही है की सभा में भारी संख्या में महिलाएं और लड़कियां आई हैं। बिहार में जब एनडीए की सरकार बनी तो सबसे पहले हम लोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए काम किया और 50% आरक्षण अलग-अलग क्षेत्र में सुनिश्चित कर दिया। बच्चियों के पढ़ने के लिए बहुत सारे इंतजाम कर दिए और स्वयं सहायता समूह बनाकर महिलाओं को सक्षम बनाने का काम किया। उसका नाम हमने जीविका दिया। उसी का नाम देश में आजीविका पड़ा। आज देश में 10 लाख 51 हजार स्वयं सहायता समूह है जिसमें एक करोड़ 31 लाख से ज्यादा महिलाएं जुड़ी हैं।
अंत में उन्होंने मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर एनडीए को जीत दिलाना है। नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे इस बार हम लोग 400 से भी ज्यादा सीट जीतेंगे।