RIN । अमेरिकी वैज्ञानिकों ने डिवाइस का प्रोटोटाइप तैयार किया है, जो चिप की तरह दिखता है। जल्द ही पसीने से भी फोन चार्ज किया जा सकेगा। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने डिवाइस का एक प्रोटोटाइप तैयार किया है इसकी मदद से पसीने से फोन चार्ज होगा। इस डिवाइस को उंगलियों पर पहनाया जाएगा। रात में सोते या बैठे वक्त निकलने वाले पसीने से बिजली तैयार होगी। इससे स्मार्टफोन चार्ज होगा। इस डिवाइस को सैनडिएगो की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने तैयार किया है।
ऐसे काम करती है डिवाइस
डिवाइस में इलेक्ट्रिकल कंडक्टर लगे हैं। इसमें कार्बन फोम का इस्तेमाल किया गया है जो उंगलियों से निकलने वाला पसीना सोखता है। इलेक्ट्रोड पर मौजूद एंजाइम पसीने के कणों के बीच केमिकल रिएक्शन शुरू करते हैं। इससे बिजली पैदा होती है। इलेक्ट्रोड के नीचे छोटी चिप लगाई गई है, जिसे दबाने पर डिवाइस पावर जनरेट करने लगती है।शोधकर्ता लू यिन का कहना है, डिवाइस का आकार एक वर्ग सेंटीमीटर है। डिवाइस में लगाया गया मैटेरियल फ्लेक्सिबल है, इसलिए इसे उंगलियों में पहनने पर असहज महसूस नहीं करेंगे। इसे कभी भी कितने समय के लिए भी पहन सकते हैं।
3 हफ्ते तक डिवाइस पहनने से फुल चार्ज होगा फोन
शोधकर्ताओं का कहना है, यह डिवाइस धीरे-धीरे पॉवर तैयार करती है। एक स्मार्टफोन को चार्ज करने के लिए इंसान को करीब 3 हफ्ते तक इस डिवाइस को पहने रहना होगा। लेकिन भविष्य में इसकी चार्ज करने की कैपेसिटी को बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।रिसर्च के दौरान पाया गया कि इस डिवाइस को 10 घंटे तक पहनने पर इतना पॉवर स्टोर किया जा सकेगा कि एक घड़ी 24 घंटे तक चल सकेगी। ऐसा एक उंगली में डिवाइस लगाने पर होगा।
उंगलियों पर ही क्यों डिवाइस पहनाई
वैज्ञानिकों का कहना है, अगर सभी उंगलियों में इसे पहनाया जाए तो 10 गुना तक अधिक एनर्जी स्टोर की जा सकती है। डिवाइस को उंगलियों पर इसलिए पहनाया क्योंकि यहां से पसीना अधिक निकलता है। जैसे पसीना निकलना शुरू होता है पॉवर जनरेट होने लगता है। उंगलियों से पसीना या नमी निकालने के लिए एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटी की जरूरत नहीं पड़ती।