हेमा मालिनी का सम्मान करता हूं, झूठ फैलाने के लिए वीडियो में काट-छांट की गई: सुरजेवाला
नई दिल्ली
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी प्रकोष्ठ ने झूठ फैलाने के लिए अभिनेत्री हेमा मालिनी से संबंधित टिप्पणी वाले उनके वीडियो में काट-छांट की। उन्होंने कहा कि वह लोकसभा सदस्य हेमा मालिनी का सम्मान करते हैं।
भाजपा ने बुधवार को रणदीप सुरजेवाला पर उत्तर प्रदेश के मथुरा से सांसद हेमा मालिनी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था।
भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा था कि सुरजेवाला की टिप्पणी से पता चलता है कि प्रमुख विपक्षी पार्टी महिलाओं से नफरत करती है।
सुरजेवाला ने अपने भाषण का वीडियो सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर साझा करते हुए कहा, ‘‘भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ को काट-छांट, तोड़-मरोड़ करने, फ़र्ज़ी-झूठी बातें फ़ैलाने की आदत बन गई है, ताकि वह रोज़ मोदी सरकार की युवा विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी नीतियों-विफलताओं व भारत के संविधान को ख़त्म करने की साज़िश से देशवासियों का ध्यान भटका सके।''
उन्होंने कहा, ''पूरा वीडियो सुनिए। मैंने कहा कि हम तो हेमा मालिनी जी का भी बहुत सम्मान करते हैं। क्योंकि धर्मेंद्र जी से उनका विवाह हुआ है, वह बहू हैं हमारी।''
सुरजेवाला ने कहा, ''भाजपा के महिला विरोधी प्यादों को ये वीडियो काटने का आदेश तो मिला, पर इन्हीं प्यादों ने प्रधानमंत्री से कभी यह नहीं पूछा कि उन्होंने हिमाचल में '50 करोड़ की गर्ल फ्रेंड' क्यों कहा, संसद में एक महिला सांसद को 'शूर्पणखा' की संज्ञा क्यों दी, एक महिला मुख्यमंत्री को बुरे तरीके से ट्रोल क्यों किया? क्या "कांग्रेस की विधवा" कहना सही है? क्या कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को "जरसी गाय" कहना सही है?''
उनके मुताबिक, ''मेरा बयान केवल इतना था कि सार्वजनिक जीवन में सभी की जनता के प्रति जवाबदेही तय होनी चाहिए, चाहे वह नायब सैनी जी हों, या खट्टर जी या मैं ख़ुद। सब अपने काम के दम पर बनते-बिगड़ते हैं, जनता सर्वोपरि है, और चुनाव में उसे अपने विवेक का इस्तेमाल कर चयन करना होता है।''
सुरजेवाला ने कहा, ''न तो मेरी मंशा हेमामालिनी जी के अपमान की थी और न ही किसी को आहत करने की। इसीलिए मैंने साफ़ कहा कि हम हेमामालिनी जी का सम्मान करते हैं और वह हमारी बहू हैं।'' उन्होंने आरोप लगाया, ''भाजपा खुद महिला-विरोधी है, इसीलिए वह सब कुछ महिला-विरोध के चश्मे से देखती-समझती है, और अपनी सहूलियत के अनुसार झूठ फैलाती है।''