मनमोहन सिंह ने 33 साल बाद राज्यसभा से लिया संन्यास
नई दिल्ली
देश के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह राज्यसभा से आज रिटायर हो गए हैं। उनकी रिटायरमेंट पर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भावुक होते हुए एक खत लिखा। जिसमें उन्होंने कहा कि अब आप राज्यसभा में नहीं होंगे और सक्रिय राजनीति से रिटायर ले रहे हैं। हालांकि इसके बाद भी आपकी आवाज देश की जनता के लिए उठती रहेगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पत्र में लिखा- तीन दशकों से अधिक समय तक सेवा करने के बाद आज जब आप राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं, तो एक युग का अंत हो गया है।
बहुत कम लोग कह सकते हैं कि उन्होंने आपसे अधिक समर्पण और अधिक निष्ठा से हमारे देश की सेवा की है। बहुत कम लोगों ने देश और उसके लोगों के लिए आपके जितना काम किया है। आपके मंत्रिमंडल का हिस्सा बनना मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से सौभाग्य की बात है। पिछले 10 वर्षों में, जबकि मैं लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी का नेता रहा हूं, आप हमेशा ज्ञान का स्रोत रहे हैं और ऐसे व्यक्ति रहे हैं जिनकी सलाह को मैं महत्व देता हूं। पिछले कुछ वर्षों में, आपने व्यक्तिगत असुविधाओं के बावजूद कांग्रेस पार्टी के लिए उपलब्ध रहना सुनिश्चित किया है। इसके लिए पार्टी और मैं सदैव आभारी रहेंगे।
पूर्व पीएम के साथ 54 सदस्य हो रहे रिटायर
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के साथ ही राज्यसभा के 54 सदस्य मंगलवार और बुधवार को रिटायर हो रहे हैं। वहीं 3 अप्रैल को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी राज्यसभा में प्रवेश करेंगी। बता दें कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री परषोत्तम रूपाला, सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे और सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन का राज्यसभा का कार्यकाल मंगलवार को पूरा हो गया है।
लगातार 10 साल तक रहे पीएम
मनमोहन सिंह के राजनीतिक करियर को देखा जाए तो डॉ. सिंह 1991 से आज तक भारतीय संसद के उच्च सदन (राज्य सभा) के सदस्य रहे। वहीं उन्होंने एक नहीं दो बार देश के पीएम पद की शपथ ली। पहली बार डॉ. मनमोहन सिंह ने 2004 के आम चुनावों के बाद 22 मई को प्रधान मंत्री पद की शपथ ली थी। उसके बाद 22 मई 2009 को सरकार के दूसरे कार्यकाल के लिए पद की शपथ ली। ऐसे में उन्होंने दो बार लगातार 10 साल तक पीएम की कुर्सी पर बैठकर देश चलाया है।