WhatsApp बैनिंग नीति, गोपनीयता शर्तें और शर्तें
साइबर सिक्योरिटी को लेकर मेटा काफी सक्रिय है। हाल ही में Whatsapp को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। कंपनी ने सोमवार को बताया कि उन्होंने फरवरी के महीने में 76 लाख अकाउंट्स भारत में बैन कर दिए हैं। IT Rules, 2021 के तहत कंपनी ने ये फैसला लिया है। 1 से 29 फरवरी के बीच 7,628,000 व्हाट्सऐप अकाउंट को बैन किया गया है। इसमें 1,424,000 अकाउंट्स को यूजर्स की शिकायत से पहले ही बंद कर दिया गया था। आज हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर किन वजहों से ये कार्रवाई की जाती है।
क्या गलती नहीं करनी चाहिए-
व्हाट्सऐप की टर्म्स ऑफ सर्विस ब्रेक करने पर यूजर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
थर्ड पार्टी कॉपीराइट, ट्रेडमार्क और अन्य पॉलिसी ब्रेक करना भी यूजर को भारी पड़ सकता है। कंपनी कहती है कि अगर आप किसी कंपनी के नाम का यूज कर रहे हैं तो आपके खिलाफ तुरंत कार्रवाई हो सकती है। आमतौर पर स्कैमर्स बैंक के नाम से अकाउंट बनाकर यूजर्स के साथ ठगी करने का प्रयास करते हैं तो इसके तहत उन पर कार्रवाई की जाती है।
Licenses: इस पॉलिसी के तहत मेटा का कहना है कि अगर आप कोई जानकारी शेयर कर रहे हैं तो आपको काफी सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि एक गलती की वजह से आपका अकाउंट सस्पेंड भी हो सकता है। व्हाट्सऐप की मानें तो वह उनके प्लेटफॉर्म पर शेयर होने वाली किसी जानकारी की जिम्मेदारी नहीं लेते हैं।
विवादित कंटेंट: व्हाट्सऐप पर किसी भी प्रकार का विवादित कंटेंट शेयर करने से भी बचना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो भी कंपनी के पास पूरा अधिकार है कि वह आपके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
व्हाट्सऐप के पास अभी भारत में 500 मिलियन से भी ज्यादा यूजर्स है। करीब 16,618 शिकायत भी मिली थीं। इसमें 22 पर कार्रवाई भी की गई है। रिपोर्ट के आधार पर ही एक्शन लिया गया है। यही वजह है कि कुछ अकाउंट को तुरंत बैन कर दिया गया है। इससे पहले वाले अकाउंट्स के बारे में विचार करने के लिए कहा है। कंपनी ने कहा, 'पुरानी टिकट्स पर भी इसके बारे में विचार किया गया है। ऐसे में आने वाले समय में भी इन पर कार्रवाई की जा सकती है। कुछ अकाउंट्स रिस्टोर भी किए गए हैं।'