Dholpur: बसेड़ी अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी को तीन लोगों ने दौड़ाकर पीटा
धौलपुर.
जिले के बसेड़ी राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारियों से मारपीट का मामला सामने आया है। तीन युवकों ने अधिकारियों को अस्पताल से घसीटकर लाठी-डंडे और लात-घूंसों से जमकर पीटा। घटना के बाद पुलिस हरकत में आई। दो आरोपियों को पुलिस ने राउंडअप किया है। मामले का साजिशकर्ता और एक आरोपी अभी फरार है। घटना वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई है।
बसेड़ी राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. कमल किशोर पुत्र द्वारिका प्रसाद निवासी चूरू ने बताया कि 25 मार्च को अस्पताल में ड्यूटी करने जा रहा था। सरकारी अस्पताल के सामने मार्केट में रजनीश ठाकुर एक दुकान पर बैठा हुआ था। उसने देखते ही गाली गलौज करना शुरू कर दिया। चिकित्सा अधिकारी ने बताया गाली-गलौज सुनने के बाद वह अस्पताल में अपने ऑफिस में आकर बैठ गए। ऑफिस के अंदर पुलिस मुकदमा के संबंध में मेडिकल रिपोर्ट पर काम कर रहे थे। इसी दौरान रजनीश ठाकुर का पुत्र अनुराग अपने दो सहयोगी सूरज और वीरेंद्र को साथ लेकर पहुंच गया। आरोपियों ने अस्पताल में घुसकर लातघूसों से मारपीट की। इसके बाद तीनों आरोपी चिकित्सा अधिकारी को खींचकर मेंन मार्केट में सड़क पर ले आए। वहां डॉक्टर के साथ बेरहमी से मारपीट की गई। अस्पताल के बरामदे के सामने भी आरोपियों ने डंडे और लात घूंसों से हमले किए। हमलावर बेरहमी से मारपीट कर मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना चिकित्सा अधिकारी कमल किशोर ने स्थानीय बसेड़ी थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लेकर आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दविश दी। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। घटना को लेकर थाना प्रभारी गिरिराज प्रसाद ने बताया आरोपियों के खिलाफ राज कार्य में बाधा समेत तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। दो आरोपियों को पुलिस ने राउंडअप कर लिया है। घटना का साजिश करता एवं एक आरोपी अभी फरार है। जिन्हें सीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।
घटना सीसीटीवी में कैद
बसेड़ी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कमल किशोर के साथ की गई मारपीट की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। तीन आरोपी अस्पताल में बेखौफ घुस जाते हैं। अस्पताल में मौजूद चिकित्सा अधिकारी को पड़कर खींच लाते हैं। अस्पताल के बरामदे एवं सड़क पर चिकित्सा अधिकारी के साथ लाठी डंडे और लात घूंसों से मारपीट की जाती है। उधर, घटना से चिकित्सकों में रोष देखा जा रहा है।