प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के दो कॉरिडोर का आज किया शिलान्यास
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के दो कॉरिडोर का गुरुवार को शिलान्यास किया। इस कॉरिडोर में पहला लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक है और दूसरा इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक है। दोनों कॉरिडोर की लंबाई करीब बीस किमी की होगी। इस कॉरिडोर के निर्माण के लिए मोदी कैबिनेट ने बुधवार को ही मंजूरी दे दी थी। बता दें, केंद्र सरकार ने लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक और इंद्रप्रस्थ-इंद्रलोक तक दो नए मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण को बुधवार को मंजूरी दे दी थी। लगभग 8400 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले दोनों कॉरिडोर का काम मार्च 2029 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे दिल्ली में मेट्रो का नेटवर्क बढ़ेगा और लोगों की आवाजाही की परेशानी दूर होगी।
लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर
1. यह कॉरिडोर सिल्वर, मैजेंटा, पिंक और वॉयलेट लाइन को कनेक्ट करेगा।
2. यह पूरी तरह एलिवेटेड होगा और इसमें कुल 8 स्टेशन होंगे।
इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर
1. ग्रीन लाइन का एक्सटेंशन होगा
2. इसमें 11.34 किलोमीटर अंडरग्राउंड लाइन जबकि 1.02 किलोमीटर एलिवेटेड होगा। इसमें 10 स्टेशन होंगे।
3. इसमें रेड, येलो, एयरपोर्ट लाइन, मैजेंटा, वॉयलेट और ब्लू लाइन के लिए इंटरचेंज किया जा सकेगा।
4. इस कॉरिडोर के जरिए बहादुरगढ़ तक कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी।
नए कॉरिडोर में प्रस्तावित स्टेशन
लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक कॉरिडोर के स्टेशन: लाजपत नगर, एंड्रयूज गंज, ग्रेटर कैलाश – 1, चिराग दिल्ली, पुष्पा भवन, साकेत जिला केंद्र, पुष्प विहार, साकेत जी – ब्लॉक।
इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर के स्टेशन: इंद्रलोक, दया बस्ती, सराय रोहिल्ला, अजमल खान पार्क, नबी करीम, नई दिल्ली, एलएनजेपी अस्पताल, दिल्ली गेट, दिल्ली सचिवालय, इंद्रप्रस्थ।
राम मंदिर स्मृति चिह्न देकर पीएम का स्वागत
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित पीएम स्वनिधि कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राम मंदिर का स्मृति चिन्ह देकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी ने सभा को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि पीएम स्वनिधि महोत्सव हमारे आसपास रहने वाले उन लोगों को समर्पित है जिनके बिना हमारी रोजमर्रा के जीवन कि कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
आज एक लाख लोगों के खाते में पैसे ट्रांसफर
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के समय रेहड़ी पटरी वालों, सड़क किनारे समान बेचने वालों की आजीविका को नुकसान पहुंचा। उनके सहयोग के लिए जब पीएम स्वनिधि योजना शुरू की गई थी। उस समय किसी ने कल्पना नहीं की थी कि यह इतना बड़ा स्वरूप ले लेगा। कुछ लोग इसकी आलोचना करते थे। आज इसे लेकर जो अध्ययन है, वह उनकी आंखें खोलने वाली है। 62.27 लाख लोगों को 11.62 लाख करोड़ लोन मिला है। आज पूरे देश में एक लाख लोगों के खाते में लोन के पैसे ट्रांसफर कर दिए गए हैं।
मोदी की गारंटी पर मिल रहा सस्ता लोन
उन्होंने कहा कि शहरों में रेहड़ी पटरी वाले स्वभिमान के साथ मेहनत कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। इनकी दुकान छोटी होती है, लेकिन सपने छोटे नहीं होते। इनके सपने भी बड़े होते हैं। बड़े सपने को पूरा करने के लिए पैसों की जरूरत होती है। इन्हें अपने कारोबार का विस्तार करने के लिए पैसों की जरूरत पड़ती थी तो बैंक से ऋण नहीं मिलता था। महंगे ब्याज पर पैसे लेने पड़ते थे। लौटाने में कुछ घंटों की देरी होने पर अपमान के साथ अधिक पैसे चुकाने पड़ते थे।
उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने इनकी समस्या न सुनी, न समझी और न हल करने के लिए कदम उठाया, जिसको कोई नहीं उनको मोदी पूछता भी है और पूजता भी है। इनके पास गारंटी देने वाला कोई नहीं था। अब मोदी की गारंटी पर इन्हें सस्ता ऋण मिल रहा।