गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी के भाजपा में शामिल होने से धार के राजनीतिक समीकरण भी तेजी से बदले
धार
पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी के भाजपा में शामिल होने के कारण धार के राजनीतिक समीकरण भी तेजी से बदले है। भाजपा में उनकी एंट्री को लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। यह कयास लगाए जा रहे है कि धार लोकसभा सीट से भाजपा गजेंद्र को टिकट देकर चुनाव लड़ा सकती है। भाजपा ने धार सीट से अभी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। होल्ड पर रखी गई प्रदेश की पांच सीटों में धार की सीट भी शामिल है। भाजपा की दूसरी सूची भी अगले सप्ताह जारी होनेे वाली है। उससे पहले गजेंद्र की भाजपा में एंट्री भी उनकी उम्मीदवारी के संकेत दे रही है।
राजू के भाजपा में आने से धार लोकसभा सीट के दावेदार सांसद छतर सिंह दरबार, रंजना बघेल, जयदीप पटेल भी खुश नहीं है। उम्र के मापदंड पर छतर सिंह दरबार का टिकट इस बार कट सकता है।
रंजना बघेल भी धार सीट से दावेदारी कर रही है, लेकिन पडोसी संसदीय क्षेत्र झाबुआ से महिला को भाजपा ने उम्मीदवार बना दिया है, इसलिए बघेल की दावेदारी कमजोर पड़ती दिखाई दे रही है। इन राजनीतिक समीकरणों के हिसाब से राजूखेड़ी के भाजपा उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना ज्यादा नजर आ रही है।
विधानसभा चुनाव में मांगा था टिकट
वर्ष 2009 में कांग्रेस ने गजेंद्र राजूखेड़ी को धार संसदीय क्षेत्र से टिकट दिया था। तब उन्होंने भाजपा उम्मीदवार हर्ष चौहान को हराया था। जब कांतिलाल भूरिया प्रदेशाध्यक्ष रहे तो उनसे राजूखेड़ी की पटरी नहीं बैठी। विधानसभा चुनाव में उनकी मनावर और धरमपुरी सीट से तगड़ी दावेदारी थी, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इससे वे नाराज थे। विधानसभा चुनाव से पहले भी वे भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों के संपर्क में थे। तब भी उनके भाजपा में शामिल होने की सुगबुगाहट हुई थी, लेकिन तब उनकी एंट्री नहीं हो पाई।