छत्तीसगड़

छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद रायपुर और डॉक्टर सीवी रमन विश्वविद्यालय मिलकर करेंगे कार्य 

बिलासपुर
डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय और छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद रायपुर एक साथ मिलकर विज्ञान एवं अनुसंधान, नवाचार, रिसर्च, पेटेंट  की दिशा में कार्य करेंगे. इसके लिए डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (सीजी कॉस्ट) के समन्वय प्रकोष्ठ की स्थापना की जाएगी. विश्वविद्यालय और सीजी कॉस्ट मिलकर विद्यार्थियों के साथ-साथ पूरे अंचल में स्कूलों महाविद्यालयों के अलावा आम जन में विज्ञान के प्रति रुचि और जागरूकता के लिए कार्य करेंगे.

इस संबंध में जानकारी देते हुए डॉ सी सी रमन विश्वविद्यालय के कुल पति प्रोफेसर रवि प्रकाश दुबे ने बताया कि विश्वविद्यालय पहले ही विज्ञान प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कार्य कर रहा है. यहां सेंटर फॉर रिन्यूएबल ग्रीन एनर्जी और रमन सेंटर फॉर साइंस कम्युनिकेशन की स्थापना की गई है. इसके साथ विश्वविद्यालय में सोलर पार्क भी बनाया गया है. रायपुर का यह केंद्र जिसे, छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद कहा जाता है . यह रिसर्च, नवाचार ,प्रोजेक्ट के क्षेत्र में कार्य करता है . इसके अलावा पेटेंट और वर्कशॉप ,कॉन्फ्रेंस भी इसके माध्यम से किए जाते हैं. ऐसे में हमारे विश्वविद्यालय में सीजी कास्ट के समन्वय प्रकोष्ठ की स्थापना से साइंस एंड टेक्नोलॉजी की दिशा में हो रहे कार्य में तेजी आएगी.  इसका सीधा लाभ हमारे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को मिलेगा ही. साथ ही साथ पूरे अंचल में ग्रामीण क्षेत्रों में, वनांचल में, रहने वाले लोगों को भी हम विज्ञान के प्रति जागरूक करेंगे.उनके मन में रुचि पैदा करेंगे. वनांचल में आदिवासियों के बीच साइंस के लिए काम करने की अनंत संभावनाएं हैं . कोटा अंचल में स्कूल और महाविद्यालय में भी दोनों मिलकर एक बहुत अच्छे और सकारात्मक वातावरण में काम करेंगे.

विश्वविद्यालय के साथ आंचल को भी मिलेगा लाभ- गौरव

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा, कि सीजी कॉस्ट के डायरेक्टर जनरल एसएस बजाज और अखिलेश त्रिपाठी साइंटिस्ट सीजी कॉस्ट रायपुर के सहयोग से यह संभव हो पाया है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में इस प्रकोष्ठ के लिए समन्वयक के रूप में डॉ रत्नेश तिवारी और उप समन्वयक डॉ राजीव पीटर्स की नियुक्ति की गई है. साइंस टेक्नोलॉजी में विश्वविद्यालय पहले ही महत्त्वपूर्ण दिशा में काम कर रहा है . इस प्रकोष्ठ की स्थापना से हम दुगनी ताकत और इच्छा शक्ति से कार्य करेंगे विज्ञान और प्रौद्योगिकी केंद्रित वर्कशॉप कॉन्फ्रेंस लगातार होते रहेंगे. निश्चित रूप से इसका लाभ विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ पूरे अंचल को मिलेगा.

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