आइआइएम संस्थान ने पहले हिंदी भाषा में नेतृत्व विकास पाठ्यक्रम से की है, जो हिंदी में पढ़ाया जाएगा
इंदौर
भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर (आइआइएम) अब हिंदी भाषा में प्रबंधन और नेतृत्व का पाठ पढ़ाएगा। इसकी शुरुआत संस्थान ने अपने पहले हिंदी भाषा में नेतृत्व विकास पाठ्यक्रम से की है, जो हिंदी में पढ़ाया जाएगा। यह प्रयास सभी को मैनेजमेंट की शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया है। इस पाठ्यक्रम के पहले बैच के लिए प्रवेश प्रारंभ हो चुका है। अक्टूबर 2023 में आइआइएम के स्थापना दिवस के मौके पर निदेशक डा. हिमांशु राय ने प्रबंधन के पाठ्यक्रम हिंदी भाषा में शुरू करने की बात कही थी। नए सत्र से संस्थान ने शार्ट टर्म कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यह कोर्स शुरू करने की तारीख भी कुछ ही दिनों में घोषित की जाएगी। वही इस पाठ्यक्रम में सभी प्रतिभागियों को विभिन्न व्यावसायिक कार्यों की व्यापक समझ प्रदान की जाएगी। साथ ही नेतृत्व, प्रबंधन, मार्केटिंग, वित्तीय लेखांकन, मानव संसाधन प्रबंधन, संचालन प्रबंधन, व्यापार के लिए डिजिटल अनुप्रयोग, उत्पाद रणनीति, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, क्राइसिस मैनेजमेंट, नेगोसिएशन, व्यापार माडल, डिजिटल मार्केटिंग, उद्यमिता, डिजाइन थिंकिंग, हितधारक प्रबंधन, प्रबंधकों के लिए विश्लेषण, रणनीति निर्माण और निष्पादन, और संचार कौशल पर चर्चा की जाएगी।
आसानी से मिल सकेगी प्रबंधन की शिक्षा
इस पाठ्यक्रम के जरिए सभी को प्रबंधन की शिक्षा आसानी से मिल सकेगी। बता दें कि इससे पहले शहर में एमजीएम मेडिकल कालेज में भी हिंदी भाषा के माध्यम से मेडिकल की पढ़ाई शुरू की जा चुकी है। इसके बाद अब आइआइएम ने प्रबंधन की पढ़ाई हिंदी में कराने की तैयारी की है।
एमजीएम का सफल रहा प्रयास
मध्य प्रदेश में एमजीएम मेडिकल कालेज में सबसे पहले मेडिकल की पढ़ाई हिंदी भाषा में शुरू करने की व्यवस्था को एक वर्ष सफलतापूर्वक हो चुके हैं। संस्थान में हिंदी में छपी पाठ्यक्रम की पुस्तकें भी पहुंच चुकी हैं। यहां अलग-अलग विषय की करीब 4500 किताबें हिंदी में आ चुकी हैं। यहां पढ़ाई के साथ छात्र परीक्षा भी हिंदी में दे सकेंगे। उन्हें हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा में उत्तर लिखने की छूट दी गई है। यहां प्रोफेसर भी छात्रों को हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में कोर्स पढ़ा रहे हैं।