छत्तीसगड़

पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी के सामने किया सरेंडर

सुकमा

जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह, नई शुरुआत) के तहत नक्सलियों की बटालियन नंबर-01 कंपनी नंबर-02 का साक्रिय कमांडर 08 लाख रुपए के ईनामी नक्सली नागेश उर्फ पेड़कम एर्रा ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी किरण चव्हाण, डीएसपी उत्तम प्रताप, निशांत पाठक के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पित नक्सली संगठन की बटालियन नंबर 01 कंपनी की नंबर 02 में सक्रिय था, ताड़मेटला समेत करीब 10 बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल था। बतादें कि ताड़मेटला घटना में 76 जवान बलिदान हुए थे।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आत्मसमर्पित नक्सली कमांड? नागेश उर्फ पेड़कम एर्रा वर्ष 2003 से 2004 तक पालाचलमा एलओएस सदस्य। वर्ष 2005 से 2008 तक पालाचमा एलजीएस सदस्य (स्व. रामन्ना के डीकेएसजेडसी का गार्ड)। वर्ष 2009 से 2011 तक बटालियन नं. 1 कम्पनी नम्बर 2 सेक्शन कमाण्डर (पीपीसीएम) के पद पर स•्रिय रहा। वर्ष 2012 एक वर्ष तक बटालियन 2, प्लाटून 2 का डिप्टी कमाण्डर (पीपीसीएम) के पद पर सक्रिय रहा। वर्ष 2013 से 2014 माह अप्रैल तक कम्पनी नम्बर 2 का डिप्टी कमाण्डर (सीवायपीसी) रहा। वर्ष 2015 से 2019 तक पीएलजी बटालियन 1, कम्पनी 2 का कमाण्डर (सीवायपीसी) के पद पर रहा।

आत्मसमर्पित नक्सली कमांड? नागेश उर्फ पेड़कम एर्रा दस बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल रहा जिसमें वर्ष 2004 में गोलापल्ली और मराईगुड़ा के बीच मुख्यमार्ग को अलग-अलग 10-15 स्थानों में खोदकर रोड अवरोध करने की घटना में शामिल था। वर्ष 2010 में मुकरम और ताड़मेटला के बीच बीमार गुब्बल नामक टेकरी में एम्बुश लगाकर फायरिंग करने की घटना में शामिल था, इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ  के 76 जवान शहीद हुए एवं हमारे 12 साथी घायल हुए। वर्ष 2011-12 में ग्राम तिम्मापुरम के जंगल में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था, इस मुठभेड़ में पुलिस के 2 जवान शहीद तथा 8 पुलिस जवान घायल हुए। वर्ष 2013-14 में टीसीओसी अभियान के दौरान ग्राम टेटेमडगू और पालोड़ी के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था। वर्ष 2014 में  टीसीओसी अभियान के दौरान ग्राम पिड़मेल और एंटापाड़ के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था, उक्त मुठभेड़ में पुलिस के लगभग 06-07 जवान शहीद हुए।

वर्ष 2015-16 में टीसीओसी अभियान के दौरान ग्राम पोटकपल्ली और डब्बामरका के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था, इस मुठभेड़ में हमारे लगभग 14 साथी घायल हुए। वर्ष 2017 में टीसीओसी अभियान के दौरान ग्राम कोत्ताचेरू और भेज्जी के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था, उक्त मुठभेड़ में पुलिस के 12 जवान शहीद हुए एवं हमारे 2 साथी घायल हुए। वर्ष 2017 में टीसीओसी अभियान के दौरान ग्राम बुकार्पाल के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था, उक्त मुठभेड़ में पुलिस •े 25 जवान शहीद हुए थे एवं हमारे 3 साथी मारे गये एवं 2 घायल हुए थे तथा पुलिस के लगभग 18 हथियार लूटने में सफलता मिली थी। वर्ष 2017 में ग्राम टोण्डामरका पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल था, उक्त मुठभेड़ मे पुलिस के 07-08 जवान घायल हुए थे एवं हमारा एक नक्सली साथी मारा गया। वर्ष 2018-19 में ग्राम दारेली और इत्तागुड़ा के बीच जंगल में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल था।

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