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पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को एक साल हुआ पूरा

नई दिल्ली

दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को एक साल हो गया है। कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में सिसोदिया को पिछले साल 26 फरवरी के दिन ही सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) ने गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपने गिरफ्त में ले लिया। कुछ दिन रिमांड पर बिताने के बाद तिहाड़ भेजे गए सिसोदिया तब से जेल में ही हैं। आम आदमी पार्टी ने उन्हें क्रांतिकारी बताते हुए कहा है कि ऐसी उम्मीद नहीं थी कि इतने लंबे समय तक जमानत नहीं मिलेगी।

आम आदमी पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स से मनीष सिसोदिया की तारीफ में कई पोस्ट किए गए। दिल्ली में शिक्षा के लिए उनके कामकाज को क्रांतिकारी बताया गया। एक पोस्ट में लिखा गया, 'जिस मनीष सिसोदिया जी ने गरीब बच्चों के सपनों को एक नई उड़ान दी। बीजेपी ने उन्हें 1 साल से जेल में रखकर इसी बता की सजा दे रही है।' Sk अन्य पोस्ट में कहा गया भारत को दुनिया के सबसे बड़े अखबार के पहले पन्ने पर पहुंचाने वाले क्रांतिकारी, 'मनीष सिसोदिया' जी को भाजपा की गंदी राजनीति ने 1 साल से जेल में रखा हुआ है। जिसके साथ लाखों बच्चों की दुआएं हों, उसका कोई तानाशाह कुछ नहीं बिगाड़ सकता। क्रांतिकारियों का दूसरा घर होता है जेल।'

दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने शिक्षा के लिए काम की वजह से उन्हें जेल में डाला। आतिशी ने कहा कि तथाकथित शराब घोटाले की जांच को दो साल हो गए, सिसोदिया जी के घर और गांव में रेड कर ली। लेकिन एक रुपए की भी रिकवरी नहीं हुई है। आतिशी ने कहा, 'पीएमएल कानून में बेल मिलना लगभग असंभव है। ऐसा कानून आतंकवाद रोकने के लिए बनाया गया था, ड्रग्स तस्करी रोकने के लिए बनाया गया था। क्या इसका उपयोग आतंकवाद रोकने और ड्रग्स रोकने में हो रहा है, पीएमएलए का इस्तेमाल सिर्फ विपक्षी दलों पर हमला करने के लिए हो रहा है।'

लगता था कि एक-दो महीनों में मिल जाएगी बेल: सौरभ
केजरीवाल सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी निराशा जाहिर करते हुए कहा कि सिसोदिया के गिरफ्तारी और फिर इतने समय तक जेल में रहने की उम्मीद नहीं थी। सौरभ ने कहा,'पिछले साल जब मनीष जी को गिरफ्तार करने की बातें सुनते थे तो पहले लगता था कि ऐसा होगा नहीं। कह रहे हैं भाजपा के नेता लेकिन ऐसा संभव नहीं। गिरफ्तार हुए तो लगता था कि महीने-दो महीने में बेल मिल जाएगी। महीने दो महीने के बाद चार महीने, 6 महीने, 8 महीने हो गए। लगा चलिए अब हाई कोर्ट दे देगा, सुप्रीम कोर्ट से मिल जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी-बड़ी बातें कहीं उसके बाद भी बेल नहीं दी। कहा कि ट्रायल जल्दी पूरा करें और ना हो तो हमारे पास आ जाएं। ट्रायल शुरू नहीं हुआ अभी तक और एक साल बीत गया।'  

 

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