अमरिंदर सिंह ने मोदी से मुलाकात की, किसानों से संबंधित मुद्दे सहित पंजाब से जुड़े व्यापक मुद्दों पर विस्तृत बैठक हुई
पंजाब
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने ऐसे समय में मुलाकात की है जब पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान डटे हैं और दिल्ली चलो का नारा दे रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनकी प्रधानमंत्री के साथ किसानों से संबंधित मुद्दे सहित पंजाब से जुड़े व्यापक मुद्दों पर विस्तृत बैठक हुई। उन्होंने विश्वास जताया कि इस मुद्दे को जल्द ही सभी की संतुष्टि के मुताबिक हल कर लिया जाएगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ उनकी बेटी और पंजाब बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष जय इंदर कौर भी मौजूद थीं। कौर की मौजूदगी के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या वो लोकसभा का चुनाव लड़ेंगीं। इस समय अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर पटियाला से सांसद हैं।
किसान आंदोलन पर की बात
इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साफ किया था कि वह शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन के हक में हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल एकजुट होते हैं, तो इस गठबंधन को कोई हरा नहीं सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह बात सोमवार को तब कही जब वह शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे थे। कैप्टन ने ये भी कहा कि उनका स्टैंड आज भी स्पष्ट है कि किसानों को दिल्ली जाने से नहीं रोकना चाहिए। अगर किसान दिल्ली जाकर अपनी बात केंद्र सरकार के समक्ष रखना चाहते हैं, तो उन्हें इस बात का पूरा हक है।
बता दें कि 13 फरवरी को किसानों ने आंदोलन शुरू किया था। तब से किसान पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे हैं और दिल्ली की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।हालांकि सरकार और किसानों के बीच सुलह के लिए चार दौर की बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन कोई खास नतीजा नहीं निकल सका। पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले काफी विवाद के बाद अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और नई पार्टी बनाई। बाद में अमरिंदर सिंह बीजेपी में शामिल हो गए और पार्टी को बीजेपी में विलय कर दिया।
केंद्र के प्रस्ताव को किया खारिज
हाल ही में किसानों ने केंद्र सरकार द्वारा दिए गए प्रस्वात को खारिज कर दिया है। किसान नेताओं ने सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल तक ‘दाल, मक्का और कपास’ की खरीद MSP पर किए जाने के केंद्र के प्रस्ताव को सोमवार को खारिज करते हुए कहा कि यह किसानों के हित में नहीं है। प्रदर्शनकारी किसानों ने बुधवार को दिल्ली कूच करने की घोषणा की।