गाटरघाट नदी पुल के नीचे मिला नवजात का शव, समूचे क्षेत्र में मची खलबली
गाटरघाट नदी पुल के नीचे मिला नवजात का शव, समूचे क्षेत्र में मची खलबली
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस
नहीं रुकी शहर में नवजातों की हत्या
कटनी
कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गटरघाट कटनी नदी पुल के नीचे लाल कपड़े में लिपटा एक नवजात का शव देखे जाने के बाद आज सुबह खलबली मच गई। नदी घाट पर कपड़े में लिपटे पड़े नवजात के शव को जब स्थानीय लोगों ने देखा तो धीरे-धीरे यह खबर जंगल में लगी आग की तरह समूचे क्षेत्र में फैल गई। नदी किनारे नवजात के शव पड़े होने की सूचना मिलने के बाद कोतवाली पुलिस घटनास्थल पर जा पहुंची और भीड़ को हटाते हुए घटनास्थल का जायजा लिया।
खबर लिखे जाने तक घटनास्थल की जांच पुलिस के द्वारा की जा रही है अत्यधिक भीड़ होने के कारण पुलिस फिलहाल भीड़ को नियंत्रित करने में जुटी हुई है। घटनास्थल पर मौजूद पुलिस कर्मियों का कहना है कि अभी तक नवजात केशव को कपड़े से निकलकर देख नहीं गया है इसलिए उसके लिंग के संबंध में कोई स्पष्ट बात नहीं की जा सकती। स्थानीय लोगों के द्वारा संभावना जताई जा रही है कि किसी निजी अस्पताल के द्वारा अबॉर्शन कराने के बाद नवजात के शव को नदी किनारे फेंक दिया गया है।
नहीं थम रहा अबोर्शन
शहर के कई निजी अस्पताल ऐसे हैं जहां पर भ्रूण हत्याएं किए जाने की खबरें पहले भी सामने आ चुकी हैं। घातक घाट से कुछ ही दूरी पर आदर्श कॉलोनी रोड में कई अस्पताल मौजूद हैं संभावना जताई जा रही है कि इन्हीं अस्पतालों में से किसी एक अस्पताल में बच्चों का अबॉर्शन कराया गया हो और उसके बाद उसके लाश को ठिकाने लगाने के लिए नदी किनारे फेंक दिया गया हो।
वैसे तो गर्भपात कानून अपराध है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण कटनी जिले में मोटी रकम लेकर गर्भपात करने का खेल लंबे समय से चल रहा है। जिले की कई ऐसी महिला डॉक्टर हैं जो कि इस खेल में महारत हासिल कर चुकी हैं। ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य विभाग को उनके बारे में जानकारी नहीं लेकिन उनके प्रभाव और धन के लोग के कारण उनके खिलाफ कभी कोई कार्यवाही होती ही नहीं।