पूर्व मंत्री चंद्राकर ने कहा- राम के नाम पर भी पैसे चट कर गई कांग्रेस
रायपुर.
छत्तीसगढ़ में राम पर सियासत का दौर फिर शुरू हो गया है। राम पथ वन गमन पर प्रदेश में भाजपा एक बार फिर कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप के साथ राम के नाम पर पैसे खाने का आरोप लगाना शुरू कर दिया है। राम की मूर्ति को लेकर भाजपा ने पूर्व कांग्रेस सरकार पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। भारतीय जनता पार्टी के नेता पूर्व मंत्री रहे अजय चंद्राकर ने राम वन गमन परिपथ निर्माण का सोशल ऑडिट करने के फैसले पर कहा है कि प्रदेश के इतिहास से छेड़छाड़ करने की किसी को अनुमति नहीं है।
चंद्राकर ने कहा कि जिन कंपनियों को पूर्व की भूपेश सरकार ने मूर्ति बनाने का काम दिया था उन्हें अनुभव नहीं था। चंदखुरी में लगी मूर्ति को लेकर अजय चंद्राकर ने यह आरोप लगाया कि क्या यह मूर्ति भगवान राम जैसी दिखती है। चंद्राकर ने कहा कि किसी को भी श्री राम के नाम पर पैसे खाने का हक नहीं है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति के नाम पर पैसे खाए हैं। सभी तथ्य सोशल ऑडिट के माध्यम से जनता के सामने रखे जाएंगे।
कांग्रेस ने कहा राम के नाम पर राजनीति न करे भाजपा
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी पर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा लगाए गए राम वन पथ गमन को लेकर आरोप और सोशल ऑडिट करने के सरकार के फैसले को लेकर कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, सरकार राम वन पथ गमन पर जनमत संग्रह करना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि सरकार को जनता से यह पूछना चाहिए की राम वन गमन परिपथ बनना चाहिए या फिर नहीं। छत्तीसगढ़ में भगवान राम की मूर्ति लगानी चाहिए या फिर नहीं। कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने पिछले 15 सालों में न राम परिपथ बनाया, न ही मूर्ति लगाई। हमारी सरकार में भगवान राम और माता कौशल्या के मंदिर का जिणोद्धार कराया गया। राम वन पथ गमन परिपथ का निर्माण कराया गया प्रदेश के कई स्थानों पर भगवान राम की मूर्ति लगवाई गई, तो भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान सरकार को राम के नाम पर दिक्कत क्यों हो रही है।
राम वन पथ गमन की जांच कराएगी सरकार
बता दे कि छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार ने राम वन पथ गमन परिपथ को लेकर जांच कराने की बात कर चुकी है। साय सरसार ने बीते दिनों ही इस पर हुए खर्च, गमन पथ पर किए गए विकास के कार्यों को जारी की गई प्रक्रिया और इसकी सत्यता की जांच कराएगी। भाजपा का आरोप है कि पूर्व की कांग्रेस सरकार ने जबरन केवल राजनीतिक हित साधने के लिए कई स्थानों पर राम वन गमन परिपथ पर कार्य करवाया है।