प्रबंधन की लापरवाही सेमेस्टर पूरा होने के बावजूद विद्यार्थियों के सामने परीक्षा को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है
इंदौर
हर साल की तरह डेढ़ दर्जन से ज्यादा ला कालेजों ने मान्यता और संबद्धता के बारे में नहीं बताया है। प्रबंधन की लापरवाही की वजह से देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को विभिन्न ला स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के पहले सेमेस्टर की परीक्षा रोकना पड़ी है। सेमेस्टर पूरा होने के बावजूद विद्यार्थियों के सामने परीक्षा को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
बार काउंसिल आफ इंडिया (बीसीआइ) और उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय ने कालेजों के बारे में पूछा है। यहां तक कि परीक्षा विभाग ने विश्वविद्यालय के ही शैक्षणिक विभाग से संबद्धता की जानकारी मांगी है। फिलहाल विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं कुछ सप्ताह के लिए आगे बढ़ाई है।
विश्वविद्यालय में ला कालेजों की संख्या बीते चार साल में 18 तक पहुंच गई है, जिसमें सरकारी, निजी और ट्रस्ट संचालित कालेज शामिल है। प्रत्येक वर्ष नई बैच में प्रवेश देने से पहले बीसीआइ में आवेदन कर पाठ्यक्रम की मान्यता लेना होती है। उसके आधार उच्च शिक्षा विभाग से अनुमति मिलती है। आखिरी में विश्वविद्यालय से पाठ्यक्रमों को संबद्धता जारी होती है। मगर बीते कुछ साल में नियमों में संशोधन हुआ है।
अब संबद्धता और मान्यता एक साथ जारी होती है। ऐसे में विश्वविद्यालय को कालेजों की मान्यता के बारे में तुरंत स्थिति स्पष्ट नहीं होती है। कई बार सेमेस्टर पूरा होने के बाद मान्यता मिलती है। इसके चलते विश्वविद्यालय को एलएलबी, बीएएलएलबी, बीबीएएलएलबी, बीएससी एलएलबी, बीकाम एलएलबी सहित अन्य पाठ्यक्रम की पहले सेमेस्टर की परीक्षा रोकना पड़ती है।
पिछले तीन साल से पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं आठ से दस महीने देरी से हो रही है। यहां तक कि विश्वविद्यालय को रिजल्ट भी रोकना पड़ता है। इस बार भी यही स्थिति बन रही है। 2023-24 सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की पहले सेमेस्टर की परीक्षा अभी तक नहीं हुई है। जबकि छह महीने का सेमेस्टर खत्म हो चुका है। वैसे जनवरी में होने वाली परीक्षा को लेकर फरवरी में भी होना मुश्किल है।
अब बीएएलएलबी, बीकाम एलएलबी, बीएससी एलएलबी, बीबीए एलएलबी में पढ़ने वाले 13 हजार पहले सेमेस्टर के विद्यार्थी परेशान है, क्योंकि फरवरी का पहला सप्ताह बीतने के बावजूद विश्वविद्यालय ने टाइम टेबल घोषित नहीं किया है।
दस कालेज ने भेजे दस्तावेज
मान्यता और संबद्धता को लेकर 18 में से 10 कालेजों ने दस्तावेज भेज दिए है। जल्द ही इन कालेजों के विद्यार्थियों का परीक्षा फार्म भरवाया जाएगा। इस बारे में परीक्षा विभाग अगले कुछ दिनों में बैठक कर निर्णय लेगा। हालांकि विश्वविद्यालय ने कालेजों को बीस फरवरी तक दस्तावेज शैक्षणिक विभाग में जमा करने पर जोर दिया है।
पत्र लिखकर मांगी जानकारी
परीक्षा विभाग के सहायक कुलसचिव डा. विष्णु मिश्रा का कहना है कि कालेजों की मान्यता और संबद्धता को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। इसके लिए शैक्षणिक विभाग को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है। वे बताते है कि मार्च तक परीक्षा करवाई जाएगी।