आरडी गार्डी अस्पताल में विश्वस्तरीय उपचार सुविधाएं मिलेंगी- मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव
उज्जैन
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने उज्जैन के आरडी गार्डी अस्पताल में स्थापित उज्जैन कैंसर सेंटर का लोकार्पण किया। उज्जैन कैंसर सेंटर में कैंसर का अत्याधुनिक तकनीक एवं मशीनों से इलाज किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने उज्जैन कैंसर सेंटर का भ्रमण कर विशेषज्ञ चिकित्सकों से चर्चा की।
कैंसर सेंटर में डिजिटल रेडियो थैरेपी, मेडिकल अन्कोलॉजी, सर्जिकल अन्कोलॉजी एवं अत्याधुनिक पैथालॉजी की सुविधा मिलेगी। स्तन कैंसर, गर्भाशय का कैंसर का बेक्री थैरेपी से इलाज किया जायेगा। अस्पताल में मेडिकल अन्कोलॉजी रेडिएशन, गाइनी, न्यूरो, पेड्रियाटिक, अन्कोलॉजी की विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन संभाग का पहला प्रायवेट आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज उज्जैन में स्थित है। स्व.बाबूलाल जैन एवं डॉ.विजय कुमार महाडिग के अथक प्रयासों से यह अस्पताल बना है। यह पूरे क्षेत्र एवं प्रदेश का गौरव है। पूरे देश में आरडी गार्डी अस्पताल ने एक साख बनाई है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभागों को एक कर दिया गया है। शिक्षा एवं उच्च शिक्षा को भी एक किया गया है। यह तय किया गया है कि नर्सिंग एवं पैरामेडिकल का कोर्स करने वाले विद्यार्थियों को नजदीक के कॉलेज में ही परीक्षा देनी पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता के फूड एवं सेफ्टी के नियमों का पूरा ध्यान रखते हुए गया है खुले में मांस एवं मछली की बिक्री को प्रतिबंधित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश आज विश्व में प्रथम स्थान पर है। सब मिलकर प्रदेश को देश में नम्बर वन बनायेंगे।
इस अवसर पर डॉ.सत्यनारायण जटिया ने कहा कि उज्जैन में चिकित्सा सुविधा का विस्तार हो रहा है। उज्जैन कैंसर सेंटर से कैंसर के मरीजों को उपचार में राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना के क्रूर समय में भी आरडी गार्डी अस्पताल ने सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि अस्पताल में अन्कोलॉजी रेडिएशन का काम शुरू होगा। अत्याधुनिक मशीनें अस्पताल में उपलब्ध है।
उज्जैन उत्तर विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, नागदा-खाचरौद विधायक डॉ.तेजबहादुर सिंह चौहान, महापौर मुकेश टटवाल, डॉ.अनिल डिक्रूज, डीन डॉ.एचएम मंगल, राहुल मित्तल, सचिन जैन, डॉ.सुधीर गवारीकर, डॉ.विजय कुमार महाडिग, अस्पताल के चिकित्सकगण, महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।