एग्जाम शुरू होने के कुछ देर पहले हिन्दी का पेपर हुआ लीक, आधिकारिक सूचना नहीं
भोपाल / इंदौर
माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं क्लास की बोर्ड परीक्षा सोमवार से शुरू हो गई है। पहले दिन सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक हिंदी का पेपर लिया गया। इंदौर में टेलीग्राम समेत दूसरी सोशल मीडिया साइट्स पर पेपर आउट होने की सूचना है। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
मामले का संज्ञान लेते हुए डीईओ ने परीक्षा खत्म होने के बाद मामले में कार्रवाई करने की कही है। फिलहाल सभी सेंटर्स पर पेपर अभी हो रहे हैं।
डीईओ के मुताबिक ओरिजिनल पेपर से सोशल मीडिया पर वायरल फोटो को मैच किया जाएगा। इसके बाद जहां से पेपर लीक हुआ है, उस सेंटर्स और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी बोर्ड परीक्षाओं के दौरान पर्चे लिक होते रहे हैं। खास तौर पर महत्वपूर्ण विषयों के पर्चों की विद्यार्थियों में भी चाहत रही है। उल्लेखनीय है कि बोर्ड परीक्षा शुरू होने से कई महीनों पहले से ही वाट्सएप और टेलीग्राम में बोर्ड एक्जाम पेपर्स को लेकर कई समूह बन गए थे। इन समूहों में पेपर्स में 80 प्रतिशत तक के सवाल बैठने के दावे किए गए थे।
प्रशासन ने पेपर लिक रोकने के लिए विभिन्न तरीके अपनाए थे। जैसे पेपरों को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने से पहले सीधे थानों में पहुंचे थे। सीलबंद लिफाफों में एक लिफाफे को 10 से 12 पेपर होते हैं। इन सीलबंद लिफाफों को सीधे क्लास रूम में ही खोला जा सकेगा।
जिला शिक्षा अधिकारी ने क्या कहा
पेपर लीक होने को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास ने कहा कि, सुबह 9:45 पर उनके पास किसी व्यक्ति द्वारा व्हाट्सएप पर पेपर लीक होने की सूचना भेजी गई थी। लेकिन उन्होंने इस पेपर को डाउनलोड नहीं किया और न ही आगे फॉरवर्ड किया।
हाईकोर्ट पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी
इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी हाईकोर्ट पहुंच रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी के तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, बच्चों को सुबह 8:00 बजे स्कूल में प्रवेश दे दिया गया था औप परीक्षा अपने निर्धारित समय 9:00 बजे प्रारंभ हो गई थी। 12:00 बजे परीक्षा खत्म होने के बाद इस मामले की जांच की जाएगी कि यह पेपर किस जगह से आया है और इसका सोर्स क्या है।