स्वस्थ-जगत

दिमाग के अलग-अलग हिस्सों के बीच उतना जुड़ाव होता है हाथ से लिखने से

लंदन से आई खबर है कि दिमाग की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए हाथ से लिखना ज्यादा अच्छा है! हालांकि, कीबोर्ड पर टाइप करना तेज होता है, लेकिन इसका नुकसान ये है कि इससे दिमाग के अलग-अलग हिस्सों के बीच उतना जुड़ाव नहीं होता जितना हाथ से लिखने से होता है।

हाथ से लिखना आपके दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है! जी हाँ, एक नए अध्ययन में पता चला है कि कीबोर्ड पर टाइप करने की तुलना में हाथ से लिखने से दिमाग के अलग-अलग हिस्सों में ज्यादा जोड़ बनते हैं, जिससे याददाश्त और सीखने की क्षमता बढ़ती है। पहले भी कहा जाता था कि हाथ से लिखने से स्पेलिंग सही होती है और याददाश्त तेज होती है, लेकिन इस अध्ययन ने इसकी वजह का पता लगाया है। नॉर्वे के वैज्ञानिकों ने 36 छात्रों पर शोध किया। उन्होंने छात्रों को कंप्यूटर पर या हाथ से कुछ शब्द लिखने को कहा। इस दौरान उनके दिमाग की गतिविधि को मापा गया। नतीजे चौंकाने वाले थे! हाथ से लिखते समय दिमाग के अलग-अलग हिस्सों में ज्यादा जोड़ बनते दिखाई दिए।

वैज्ञानिकों का कहना है कि दिमाग में ऐसे ज्यादा जोड़ बनाने से स्मृति और सीखने की क्षमता बढ़ती है, इसलिए हाथ से लिखना दिमाग के लिए काफी फायदेमंद है। इसका मतलब यह है कि कीबोर्ड पर टाइप करने से दिमाग उतना सक्रिय नहीं होता है, इसलिए हाथ से लिखने की आदत डालना चाहिए। बड़े अक्षरों में लिखना भी उतना ही फायदेमंद है जितना छोटे अक्षरों में लिखना। तो अगली बार जब कोई लिस्ट बनानी हो, नोट्स लेने हों, या किसी से कुछ लिखकर कहना हो, तो कीबोर्ड को छोड़कर पेन उठाएं! आपका दिमाग आपको धन्यवाद देगा!

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