पार्टी को और मजबूत करने के लिए सत्ता और संगठन के नेताओं का गांव की ओर रुख
भोपाल.
लोकसभा चुनाव को लेकर अब भाजपा गांव की ओर रुख करने जा रही है। गांव में पार्टी को और मजबूत करने के लिए सत्ता और संगठन के नेताओं को गांव में ही रात गुजारनी होेगी। इस संबंध में केंद्रीय संगठन ने प्रदेश भाजपा को यह अभियान चलाने का कहा है। जल्द ही यह अभियान शुरू होगा। जिसमें भाजपा के सभी बड़े नेता शहर की जगह गांव में ज्यादा से ज्यादा सक्रिय दिखाई देंगे। इस अभियान का नाम गांव चले हम रखा जा सकता है।
केंद्रीय संगठन ने पूरे प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों को सात क्लस्टर में बांटा हैं। इन क्लस्ट के प्रभारी सभी नेताओं को सबसे पहले गांव का रुख करना होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में इन्हें एक दिन और रात बिताना होगी। जहां पर पूरे दिन गांव वालों के बीच में ही इन्हें रहना होगा। गांव की समस्या से लेकर उस गांव की संस्कृति आदि को लेकर ग्रामीणों से बात करना होगी।
इन क्लस्ट प्रभारियों के अलावा सत्ता और संगठन के प्रमुख नेताओं को भी गांव जाना होगा और ग्रामीण के बीच में समय बिताना होगा। ये सभी नेता करीब एक महीने के भीतर प्रदेश के 51 हजार से ज्यादा गांवों में दस्तक देंगे और भाजपा की केंद्र एवं प्रदेश सरकार के काम-काजों को लेकर ग्रामीणों को बताएंगे। उन्हें योजनाओं को लेकर भी ये नेता बताएंगे।