नोएडा के थाना फेस 3 पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया, कब्जे से 350 लीटर तेल बरामद

नोएडा
नोएडा के थाना फेस 3 पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया, जो ट्रांसफार्मर से उसके अंदर डाले जाने वाले तेल को चोरी कर उसे बेचा करते थे। इस तेल की खासियत यह होती है कि ट्रांसफार्मर पर अगर अत्यधिक लोड और प्रेशर पड़ता है, तो यह उसे ठंडा रखता है और गर्म नहीं होने देता। इस तेल की बाजार में कीमत 700 रुपये लीटर बताई गई है।
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया है कि थाना फेस-3 पुलिस ने ट्रांसफार्मर काटकर उससे तेल चोरी करने वाले चार अंतरराज्यीय चोर सेवेंद्र सिंह, विकास सिंह, अंकित और जगदीश प्रसाद को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से 4 चाकू, घटना में इस्तेमाल 2 कार, प्लास्टिक के 11 गैलन तेल के, लगभग 350 लीटर चोरी का तेल, लोहा काटने का 1 ब्लेड, 1 पेचकस और 1 रबर की पाइप करीब 7 मीटर बरामद हुई है। घटना में प्रयुक्त दोनो वाहनों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
डीसीपी के मुताबिक ये बदमाशों दिल्ली, गौतमबुद्धनगर व एनसीआर क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर से तेल चोरी कर गैलन में भरकर ले जाते थे। ये लोग ग्राहक खोजकर चोरी छिपे इसे बेचकर मोटा मुनाफा कमाते रहे हैं। ये बदमाशों गैंग बनाकर चोरी करते हैं। इनमें से आरोपी सेवेंद्र ट्रांसफार्मर पर चढ़कर लोहे की आरी से ट्रांसफार्मर के नट व बोल्ट काटकर उसमें रबर की पाइप लगाकर गैलन में तेल निकाल लिया करता है। तेल निकालने के बाद ट्रांसफार्मर से बिजली की सप्लाई बंद हो जाती है। इसके बाद आरोपी विकास तेल से भरे गैलनों को दोनों वाहनों में रखकर इकट्ठा करता है व कपड़े से ढ़क दिया जाता है और ग्राहक खोजकर तेल को बेच दिया जाता है।
तेल को बेचने का कार्य गैंग के मुखिया जगदीश प्रसाद का होता है, इसमें मुख्य चालक का कार्य आरोपी अंकित करता है। इसी के द्वारा तेल को ठिकाने लगाकर रात में चोरी छिपे तेल को बिकवाया जाता है। घटना में इस्तेमाल दोनों वाहनों को आरोपी किराए पर लेकर घटना को अंजाम देते हैं।
पुलिस पूछताछ में चारों अभियुक्तों ने बताया है कि ट्रांसफार्मर का तेल चोरी करके ये लोग जगदीश प्रसाद के माध्यम से नांगलोई दिल्ली में तेल को बेचते थे तथा मोटी रकम प्राप्त करके आपस में बांट लेते थे। डीसीपी के मुताबिक ट्रांसफार्मर का तेल उत्तर प्रदेश विद्युत विभाग के माध्यम से प्राप्त होता था। यह ट्रांसफार्मर को ठंडा रखने का काम करता था। इससे बिजली का अधिक लोड पडने पर ट्रांसफार्मर गर्म नहीं होता और जलता नहीं है।