छत्तीसगड़

संजीवनी साबित हो रही है आयुष्मान भारत योजना

रायपुर

गरीब परिवारों को बेहतर इलाज मिल सके, उनकी आर्थिक स्थिति आड़े न आएं और उन्हें इलाज के खर्च की चिंता न रहे। गरीब परिवारों की इस तकलीफ को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना संचालित की जा रही है। गरीब परिवारों के लिए यह योजना संजीवनी साबित हो रही है। आयुष्मान भारत योजना ने लाखों परिवारों को उनकी खुशियां लौटाने में मदद की है।

लाखों गरीब परिवारों के साथ विशेष पिछड़ी जनजाति की श्रीमती रसबाई कमार एवं श्री चमरू कमार को भी प्रधानमंत्री जनमन कार्यक्रम के तहत आयुष्मान कार्ड प्रदान किया गया है। आयुष्मान कार्ड मिलने पर बलौदाबाजार जिले के कसडोल विकासखण्ड के ग्राम बल्दाकछार की श्रीमती रसबाई कमार ने कहा कि अब मुझे किसी भी प्रकार के इलाज के लिए चिंतित नहीं होना पड़ेगा। हमारा परिवार बेहद गरीब है। हमारे पास उतने पैसे नहीं होते है कि घर में किसी सदस्य की तबियत खराब होने पर उनका इलाज करा सकें। अब आयुष्मान कार्ड बनने से 5 लाख रुपए तक नि:शुल्क इलाज हमें भी मिलेगा। श्रीमती रसबाई कमार ने आयुष्मान कार्ड मिलने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। इसी तरह श्री चमरू कमार ने भी आयुष्मान कार्ड मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री गरीब आदिवासियों के हित की बात सोच रहे हैं, उन्हें आगे बढ़ाने, शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए संकल्पित है। हमारे लिए विशेष रूप उन्होंने पीएम जनमन योजना शुरू की है, वास्तव में हमारा समाज इससे लाभान्वित हो रहा है। श्री चमरू कमार ने प्रधानमंत्री का इस योजना के लिए विशेष धन्यवाद दिया है।

गौरतलब है कि विशेष पिछड़ी जनजाति के परिवारों को विकास की मुख्यधारा से जोड?े और योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए केन्द्र सरकार ने एक बड़ी पहल करते हुए पीएम जनमन योजना प्रारंभ की है। यह योजना विशेष पिछड़ी जनजातियों को विशेष रूप केन्द्रित करते हुए उनके जीवन में बड़ा बदलाव लाने का काम कर रही है। प्रदेश में विशेष पिछड़ी जनजातियों के पारा, मोहल्लो, टोलों में जाकर प्रशासन शिविर लगाकर उनकी जरूरतों की जानकारी लेने के साथ ही योजनाओं के माध्यम से इसे पूरा करने के लिए सतत् प्रयासरत् है। इस पहल से प्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजातियां लाभान्वित हो रही हैं, इसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं।

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