सनातन हिन्दु का मतलब ही है उदार चरितार्थ-पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री
उद्योगपति पवन अहलुवालिया के निवास में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे
सतना,realindianews.com। धर्मपीठ बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सनातन धर्म को लेकर कहा कि सनातन हिन्दु का मतलब ही है उदार चरितार्थ, वसुदेव कुटुबंकम, हम लोग अकबर और बाबर की तरह हम भी तोड़ फोड़ कर मंदिरो की स्थापना करेंगे तो सनातनी नहीं कहलाएंगे। यह क्रूरता कहलाएगी। संविधान एवं कानून इस देश में है। सुप्रिय कोर्ट व हाईकोर्ट के आधार पर जो भी हमारे मंदिरो को तोड़कर विदेशी आक्रांताओं व्दारा मस्जिद बनाए गये। कानून के तहत सर्वे कराकर जो हमारे मंदिर विलुप्त हो गये उन मंदिरों की पुन: स्थापित करना है। हमारी नीति दमन की नहीं है। हिन्दुओं का मतलब है सभी को गले लगाना। अब वह पुराना हिन्दु नहीं है, अब छेड़ोगे तो छोड़ेगे नही। वे शहर के बांधवगढ़ कालोनी स्थित उद्योगपति पवन अहलुवालिया के निवास में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
कोई कारण होगा इसी कारण शहर का नाम बदला गया
उन्होने एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमारे गांवों और शहरों के नामों को बदला जा रहे है वह सही है। जो गलती किसी के पूर्वजों ने कर दी है उसे सुधारना होगा। यह बहुत ही अच्छा हुआ है यदि किसी मौलाना नगर को बदल कर विक्रम नगर किया गया वह सही है। मेरा मानना कोई कारण होगा इसी कारण शहर का नाम बदला गया है।
धर्म की कथा करने वालों में क्वालटी नही
एक अन्य सवाल के जवाब पर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जिस प्रकार हमारे देश में धर्म का इतना प्रचार प्रसार होने के बाद भी अपराध हो रहे हैं उसका कारण धर्म की कथा करने वालों में क्वालटी नहीं है। संत बनना और होना अलग-अलग बात है।लोग अध्यात्म की ओर जा रहे हैं लेकिन अध्यात्मिक नहीं हो रहे है। यदि लोग अध्यात्मिक हो जाएं तो अपराध खत्म हो जाएगा। यदि अध्यात्मिक हो जाएंगे तो हमारे देश मे उपद्रव खत्म हो जाएंगे। जो लोग धार्मिक बाते उतार रहे हैं उनका कल्याण हो रहा है जो उन्हे नहीं उतार पा रहे हैं उनका कल्याण नहीं हो रहा है। कोई भी प्रेक्टिकल नहीं जीना चाहता है। दो मिनट में पूरा ज्ञान चाहता है। इस समय नालेज सभी को लेकिन ज्ञान किसी को भी नहीं है। नालेज वाले इस समाज में बहुत है लेकिन ज्ञान वाले बहुत कम हैं।
महाकुंभ की जमीन के बारे में गलत बयान देने वाले के खिलाफ फतवा जारी होना चाहिए
महाकुंभ को लेकर बयान आ रहे हैं कि वह वक्फ बोर्ड की जमीन है। इस पर पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि यह मूर्खतापूर्ण बयान है। जिसने यह बयान दिया है उन पर फतवा जारी होना चाहिए। यदि इस पर फतवा जारी नहीं होता है तो मानेगे की वे इस देश मे दमन चाहते हैं। आप देश में दंगा चाहते है। यदि वे संगम की भूमि को वक्फ बोर्ड की जमीन बता देंगे तो वे राम मंदिर की भूमि को भी वक्फ बोर्ड की भूमि बतादेंगे।अन्य मंदिरों की भूमि को भी वक्फ बोर्ड की भूमि बता देंगे।धीरे-धीरे सनातन खत्म हो जाएगा। यह हिन्दुओं को सोचना चाहिए। यह हिन्दुओं के लिए विचारणीय प्रश्न है।
हिन्दुओं का डर मिटाने के लिए पुन: पद यात्रा करेंगे
सतना और मैहर में भी आगे कभी यात्रा शुरु करेंगे। यह हमारा परिवार है। जाति पाति को मिटाने के लिए, हिन्दुओं को एक जुट करने के लिए। हिन्दुओं को सड़कों पर लाने के लिए, हिन्दूओं का डर मिटाने के लिए। हिन्दुओं को कट्टर बनाने के लिए हम इस प्रकार की पदयात्रा पुन: शुरु करेंगे साथ ही संकल्प,कथा, उद्बोधन के साथ कार्यक्रम करते रहेंगे।
हमे बेहोशी का जीवन नहीं होश का जीवन जीना है
बांधवगढ़ कालोनी में उद्योगपति पवन अहलुवालिया के निवास में विशाल जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि आज के बच्चों का ब्रेनवास करने की जरुरत है। बाडी डिटाक्स के बारे मे बहुत काम हुआ अब लोगों के दिमाग का ब्रेनवास करने की जरुरत है। अब ब्रेन की शुध्दी करने की जरुरत है। उन्होने संबोधित करते हुए कहा कि लोग सुबह उठने के बाद काम किए जा रहे हैं। उन्हे पता ही नहीं है उन्हे करना क्या है। न वे सोच पा रहे हैं और कुछ कर पा रहे हैं। हमे बेहोशी में जीवन नहीं जीना है, हमे होश में जीवन जीना है।हम कुछ कर नहीं रहे है सब कुछ हो रहा है।इस जीवन में जो सुख हमारे संत सूरदार, मीरा, सुकरात, रसखान, तुलसीदास, नीम करोली बाबा ने पाया वहीं आप लोग भी पा लो। वह सुख तुम भी पाओ।
बागेश्वर धाम में महाशिवरात्रि को सामूहिक कन्या विवाह में 251 बेटियों का होगा शुभ विवाह
छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा में स्थित बागेश्वर धाम में हर साल की तरह इस बार भी सामूहिक कन्या विवाह कराया जा रहा है। इस वैवाहिक कार्यक्रम को लेकर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने शहर वासियों से कार्यक्रम में पहुंचने की अपील की है। उन्होने बताया कि सामूहिक कन्या विवाह महाशिवरात्रि 26 फरवरी को कराया जाएगा। इस बार के सामूहिक कन्या विवाह में 251 बेटियों का विवाह कराया जाएगा। इसमें 150 आदिवासी बेटियों का विवाह भी कराया जाएगा। इसके साथ ही इन विवाहित जोड़ों को सोने से लेकर घर गृहस्थी का पूरा सामान भी दिया जाएगा।ज्ञात हो कि कन्या विवाह में शामिल होने की पात्रता उनकों होती है जिनके माता-पिता नहीं होते हैं। ऐसी बेटियों का संपूर्ण खर्च बागेश्वर धाम समिति उठाती है।
पहली बार 150 आदिवासी बेटियों का होगा विवाह
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के मुताबिक इस बार के सामूहिक कन्या विवाह कार्यक्रम में पहली बार 150 आदिवासी बेटियों का विवाह कराया जाएगा। पं.धीरेन्द्र शास्त्री ने बताया कि इस बार कन्या विवाह में सोने का सामान, चांदी का सामान, सोफा सेट, बेड, तकिया, अलमारी, टीवी, फ्रिज, कूलर, मिक्सी, गैस सिलेंडर-चूल्हा, बर्तन सेट, सोने की कील, दुल्हन के लिए लहंगा, दूल्हा के लिए सूट, गठजोड़ा खंभा. इसके अलावा रामचरितमानस और बालमुकुंद भी देंगे।ज्ञात हो कि मातृ-पितृहीन, अत्यंत गरीब और बेसहारा बेटियों को नया जीवन देने का प्रयास बागेश्वर बाबा लगातार कर रहे हैं। बागेश्वर बाबा पं.धीरेंद्र शास्त्री लाखों रुपये की गृहस्थी सामग्री के साथ बेटियों को विदा करते हैं।
इनकी रही उपस्थिति
महापौर योगेश ताम्रकार, निगम अध्यक्ष पालन चतुर्वेदी, डॉ. संजय माहेश्वरी, लक्ष्मी यादव, डॉ.अरुण नायक, आलोक नायक, जनसम्पर्क अधिकारी राजेश सिंह, लक्ष्मी यादव, उद्योगपति पवन अहलुवालिया, डॉ. राजेश जैन, पत्रकारों में निरंजन शर्मा, संजय पयासी, कैशव तिवारी, के.जी.गुप्ता, पुष्पेन्द्र पाण्डेय, मनोज रजक, संजय लोहानी, ज्ञान शुक्ला, प्रदीप कश्यप के साथ कई शहर के दिग्गज पत्रकारों के साथ शहर के प्रेस फोटोग्राफरों में बैकुंठ तिवारी, अकरम खान, सजल गुप्ता के अलावा शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे।