मध्यप्रदेश

बेहतर परिणाम के लिए प्राचार्य लगन और समर्पण से प्रयास करें: कमिश्नर

रीवा
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम बेहतर करने के लिए रीवा और मऊगंज जिले में आपरेशन निखार चलाया जा रहा है। इसके तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के सभागार में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कमिश्नर बीएस जामोद ने कहा कि रीवा जिले में माड़ौ स्कूल में परीक्षा परिणाम जब शत-प्रतिशत हो सकता है तो अन्य स्कूलों में क्यों नहीं है। सभी प्राचार्य विद्यार्थियों को सही रणनीति बनाकर बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कराएं। विद्यार्थियों की कमजोरी का परिमार्जन करने के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाएं। प्राचार्य बेहतर परीक्षा परिणाम प्राप्त करने के लिए लगन और समर्पण से प्रयास करें। बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम शत-प्रतिशत करने का लक्ष्य निर्धारित कर उसे प्राप्त करने के लिए सतत प्रयास करें।

कमिश्नर ने कहा कि शिक्षा विकास की कुंजी है। शिक्षक विद्यार्थियों को सही शिक्षा और अच्छे संस्कार देंगे तभी वे श्रेष्ठ नागरिक बनेंगे। प्राचार्य और शिक्षक विद्यार्थियों से आत्मीय संबंध बनाकर उनकी कमियों को दूर करने का प्रयास करें। स्कूल में विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति और नियमित कक्षाओं का संचालन होगा तो परिणाम बेहतर आएंगे। विद्यार्थियों को गत तीन वर्ष के प्रश्नपत्रों और बोर्ड से प्राप्त मॉडल प्रश्नपत्र का लगातार अभ्यास कराएं। स्कूल में ज्ञान दान देने के साथ खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा अन्य रोचक कार्यक्रम आयोजित कर इसका वातावरण ऐसा बनाएं कि हर विद्यार्थी स्कूल जाने के लिए लालायित रहे।

कमिश्नर ने कहा कि विद्यार्थी के कॅरियर और जीवन दोनों को सही दिशा देने के लिए उनका उचित मार्गदर्शन करें। विद्यार्थियों में ज्ञान और शिक्षा का विकास होने पर ही आत्मविश्वास का भाव पैदा होगा। विद्यार्थी देश का भविष्य हैं। इस भावी पीढ़ी को दिशा देने और गढ़ने की जिम्मेदारी शिक्षकों की है। आप सब लगन के साथ विद्यार्थियों को जब शिक्षा देंगे तो आपके मन में जो आत्मसंतोष का भाव और अभिभावकों के मन में सम्मान होगा वही सबसे बड़ा पुरस्कार है। स्कूलों के साथ-साथ छात्रावासों की व्यवस्थाओं में सुधार तथा पठन-पाठन की बेहतर व्यवस्था के लिए भी प्राचार्य निरंतर प्रयास करें।

कार्यशाला में कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव ने कहा कि कमिश्नर सर के मार्गदर्शन में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए अभिनव प्रयास किया जा रहा है। बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम जब अच्छे आते हैं तो हम सबका सर ऊंचा होता है। जिन स्कूलों के परिणाम संतोषजनक नहीं हैं उनके प्राचार्य कमियों का मंथन करें। बोर्ड परीक्षाओं के लिए बहुत अधिक समय नहीं बचा है। अभी भी हम प्रयास करेंगे तो परिणाम बेहतर आएंगे। अच्छे परिणाम देने वाले प्राचार्यों को सम्मानित किया जाएगा। स्कूल के जो अच्छे विद्यार्थी हैं उन्हें प्रदेश की मैरिट सूची में स्थान बनाने के लिए प्रेरित करें। अगले शिक्षा सत्र के शुरू होते ही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और परीक्षा परिणाम बेहतर करने के प्रयास शुरू कर दें।

कार्यशाला में संयुक्त संचालक शिक्षा केपी तिवारी ने आपरेशन निखार की जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। स्मार्ट कक्षाओं में गुणी शिक्षकों के लगातार लेक्चर विद्यार्थियों को सुनाए जाते हैं। मॉडल प्रश्नपत्र तथा टिप्स एण्ड ट्रिक्स का भी लगातार अभ्यास कराया जा रहा है। कार्यशाला में माखनलाल चतर्वेदी विश्वविद्यालय के संचालक डॉ संदीप भट्ट ने कॅरियर मार्गदर्शन के संबंध में उपयोगी सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि हर विद्यार्थी के कॅरियर की प्लानिंग कक्षा 8वीं के बाद करनी चाहिए। उसी के अनुरूप उसे विषयों का चयन करना चाहिए। कार्यशाला में रीवा और मऊगंज जिले में कक्षा 10वीं और 12वीं में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले स्कूलों के प्राचार्यों को सम्मानित किया गया। कार्यशाला में सीएम राइज पीके स्कूल रीवा के प्राचार्य वरूणेन्द्र सिंह ने बोर्ड परीक्षा परिणामों का विकासखण्डवार विश्लेषण प्रस्तुत किया। कार्यशाला में जिला शिक्षा अधिकारी सुदामालाल गुप्ता तथा तीन सौ प्राचार्य एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी शामिल हुए।

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