उत्तर प्रदेश

महिला को चढ़ाया ‘गलत ब्लड ग्रुप’ का खून, डॉक्टर की लापरवाही ने ली मासूम की जान, परिजनों ने की कार्रवाई की मांग

आजमगढ़
यूपी के आजमगढ़ जिले में गलत ब्लड चढ़ाने से महिला मरीज की मौत का मामला सामने आया है। महिला मरीज को हीमोग्लोबिन की कमी की शिकायत पर जिले के सरोज हॉस्पिटल में 9 दिसंबर को भर्ती किया गया था। जहां डॉक्टर पंकज जयसवाल महिला मरीज की देखरेख कर रहे थे। रुटीन चेकअप के दौरान जब महिला के ब्लड का सैंपल लिया गया तो महिला को AB पॉजिटिव ब्लड की कमी बताई गई। चार दिनों के भीतर चार यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया। 5 दिन बाद अस्पताल प्रबंधन ने महिला को डिस्चार्ज कर दिया।

घर ले जाने पर महिला की बिगड़ी हालत
घर ले जाने पर महिला की हालत बिगड़ने लगी इसके बाद परिजन महिला को लेकर सीधे वाराणसी ले गये। वाराणसी में जब डॉक्टरों ने ब्लड का सैंपल लिया। तो वहां पर महिला का ब्लड ग्रुप A पॉजिटिव पाया गया। वाराणसी के अस्पताल प्रबंधन ने जब इस मामले की जानकारी परिजनों को दी तो परिजन इस बात को लेकर विरोध जताने वालों की आजमगढ़ के जिस अस्पताल में महिला का इलाज चल रहा था। वहां के डॉक्टरों ने महिला का ब्लड ग्रुप AB पॉजिटिव बताया था। ऐसे में वाराणसी में महिला को A पॉजिटिव ब्लड चढ़वा दिया गया। जिसके कारण इंफेक्शन हो गया। महिला की आज यानी मंगलवार को मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा।

अस्पताल के खिलाफ परिजनों में आक्रोश
आजमगढ़ जिले के जीयनपुर थाना क्षेत्र के पुनपर बड़ा गांव की रहने वाली तृप्ति मिश्रा की 9 दिसंबर को तबीयत खराब हुई थी। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला मरीज की मौत के बाद जब जांच में इस बात का पता चला कि महिला को दो अलग-अलग ग्रुप का ब्लड चढ़ाया गया है। ऐसे में परिजनों ने इस मामले में सिधारी थाने में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की शिकायत की है।

जिले के सीएमओ को भेजा गया पत्र
एसपी सिटी ने बताया कि इस बारे में जिले के सीएमओ को पत्र लिख दिया गया है। महिला की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद यदि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आती है। तो अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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