छत्तीसगड़

शहीदों को श्रद्धांजलि देने माओवाद के डर से बाहर देश की यात्रा पर सायकल से निकला जयस

रायपुर,

छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा नक्सलवाद के आतंक से प्रभावित इलाका बस्तर संभाग का क्षेत्र है। यहां आए दिन छोटी-बड़ी‌ नक्सल घटनाएँ होती रहती है। यहां के लोग नक्सलियों के आतंक का दंश कई दशकों से झेल रहे हैं। लेकिन अब बस्तर में युवा बेहद ही जागरुक हो गया है। इतना ही नहीं यहां का युवा लोगों में वीर जवानों के प्रति सम्मान और शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए देश की यात्रा कर रहा है।

छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के सुकमा जिले का युवा जयस देश भर में सायकल यात्रा से शहीदों को श्रद्धांजलि देने देशभर की यात्रा पर निकला है। भारत यात्रा पर निकले जयस मंडल ने मीडिया से चर्चा में बताया कि वह सुकमा जिले से आते हैं और वहां से ही इस यात्रा की शुरुआत की है। जयस अपनी इस सायकल यात्रा में दोर्नापाल से सबसे पहले अयोध्या जाएंगे जहां वह रामलला के दर्शन करेंगे, उसके बाद केदारनाथ, बद्रीनाथ होते हुए जम्मू में वैष्णो माता के दर्शन करने के बाद महाराष्ट्र के शिरडी से मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल के दर्शन करने के बाद वापस दोर्नापाल अपने घर लौट आएगें। जयस ने अपनी इस यात्रा का उद्देश्य बताते हुए कहा कि बस्तर संभाग के जो वीर जवान शहीद हुए हैं उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए,  देशभर में सायकल से यात्रा के माध्यम से संदेश देने की वह कोशिश कर रहे हैं।

देशभर की‌ सायकल यात्रा
जयस ने कहा कि हम वीरों को मात्र दो ही दिन याद करते हैं या तो 15 अगस्त या फिर 26 जनवरी के दिन उसके बाद वीर शहीदों का ख्याल लोगों के मन में नहीं आता है। जयस ने कहा कि उनका यह उद्देश्य है कि वह इस पूरी यात्रा के दौरान जिस-जिस व्यक्ति से मिले उसे देश के वीर जवानों के प्रति लोगों के भीतर याद जगाने का काम करें। जवान आज अपना घर छोड़‌ हमारी सुरक्षा के लिए देश की सीमा पर तैनात‌ है। बस्तर, सुकमा जैसे नक्सल इलाकों पर जान जोखिम में डालकर हमारी सुरक्षा में यहां घर से दूर है। उनके प्रति दिल में सम्मान की‌ भावना और जो शहीद हुए जवान हैं उनकी शहादत को देश भर में इस सायकल यात्रा से बताने निकला हूं‌।

सबसे ज्यादा माओवाद प्रभावित इलाका सुकमा
बस्तर संभाग में सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित इलाका सुकमा को बताते हुए सायकल यात्री जयस ने कहा कि आज सुकमा में सबसे ज्यादा 76‌ जवानों की शहादत हुई, झीरम घाटी हत्याकांड जिसमें छत्तीसगढ़ के कई कांग्रेसी दिग्गज नेताओं ने अपनी जान गंवाई है।आज अगर देखा जाए तो प्रदेश में माओवाद से अगर कोई इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित है तो वह सुकमा है। यही वजह है कि मैने देश में वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित कर इस यात्रा की शुरूआत की है। आज मै जहां जाता हूं, वहां मुझे लोगों का सहयोग मिलता‌ है।

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