मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड से लोगों को अगले 4 से 5 दिन तक थोड़ी राहत मिलेगी
भोपाल
मध्य प्रदेश में हाड़ कंपाने वाली सर्दी के तेवर कम होने का नाम ही नहीं ले रहे। प्रदेश के सभी जिलों में ठंड का तेज असर दिखाई दिया। लोग रजाई में दुबकने के लिए मजबूर हो रहे हैं। मंगलवार को भी राजधानी भोपाल सहित 7 जिलों में रात का तापमान 5 डिग्री सेल्सियसस से नीचे रहा। राज्य के 10 शहरों में शीतलहर चली। प्रदेश में सबसे कम तापमान पचमढ़ी में 1.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
इसलिए बदला मौसम
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर भारत के राज्यों से ठंडी हवाएं प्रदेश की ओर आ रही हैं। उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान काफी कम हैं। वहीं से लगातार आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में ठंड के तेवर तीखे बने हुए हैं। वहीं, राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात के बनने से हवाओं का रुख बदला है। इसके प्रभाव से कड़ाके की ठंड से राहत मिलने का अनुमान नजर आ रहा है।
मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड से लोगों को अगले 4 से 5 दिन तक थोड़ी राहत मिल सकती है। मौसम विभाग ने बुधवार से दिन और रात के टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी होने का अनुमान जताया है। हालांकि, कुछ जिलों में कोहरे का असर रह सकता है। बुधवार सुबह ग्वालियर-चंबल में कोहरा
.मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया, शीतलहर और कोल्ड डे यानी, ठंडे दिन की कंडीशन खत्म हो गई है। चार से पांच दिन तक टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी रहेगी। जिससे ठंड का असर कम रहेगा। उत्तर भारत में एक्टिव वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के गुजरने के बाद बर्फबारी होगी। जिससे उत्तरी हवाएं फिर से चलने लगेंगी। इसके बाद प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर फिर से आएगा।
आज इन जिलों में कोहरा ग्वालियर, दतिया, मुरैना, भिंड में कोहरा रहेगा। शिवपुरी के कुछ हिस्से में भी हल्का कोहरा रह सकता है।
यहां 5 डिग्री के नीचे पहुंचा पारा
भोपाल, पचमढ़ी, राजगढ़, खजुराहो, मंडला, नौगांव, उमरिया में सोमवार—मंगलवार की रात का तापमान पांच डिग्री से कम पर रहा। वहीं, भोपाल, सीहोर, विदिशा, शाजापुर, उमरिया, मंडला, नौगांव, पचमढ़ी में शीतलहर चली। शहडोल और सिवनी में तीव्र शीतलहर का प्रभाव रहा।
कहां कितना पारा
प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान हिल स्टेशन पचमढ़ी में 1.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। मैदानी जिलों की बात करें तो मंडला में तीन, उमरिया में तीन, नौगांव में 3.8, भोपाल में 4, राजगढ़ में 4.4, खजुराहो में 4.4, जबलपुर में पांच, उज्जैन में 8, इंदौर में 10.6 और ग्वालियर में 5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। हालांकि प्रदेश के अधिकतम तापमान में अधिकांश जिलों में हल्की वृद्धि देखने को मिली। इंदौर में तो अधिकतम तापमान बढ़कर 30.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने बुधवार को भी कई जिलों में शीत लहर पाला और कोहरा छाए रहने को लेकर चेतावनी जारी की है। विदिशा, सीहोर, भोपाल, राजगढ़, शाजापुर, शहडोल, उमरिया, जबलपुर, सिवनी, मंडला, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में शीत लहर चल सकती है। वहीं रायसेन नर्मदा पुरम जिलों में पाला पड़ सकता है और शीत लहर भी चल सकती है। ग्वालियर, दतिया, भिंड और मुरैना जिले में हल्के से लेकर मध्यम कोहरा छाया रह सकता है।
ठंड हो सकती है कम
राजस्थान पर बने प्रेरित चक्रवात के कारण प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिमी होने लगा है। इस वजह से रात के तापमान में अब धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगेगी। बुधवार से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के भी सक्रिय होने के आसार हैं।
भोपाल में 4 डिग्री, ग्वालियर-जबलपुर में 5 डिग्री पारा सोमवार-मंगलवार की रात में कई शहरों में रात के टेम्प्रेचर में गिरावट दर्ज की गई। इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस वजह से यह शिमला, नैनीताल, जम्मू शहर, कटरा, धर्मशाला, पालमपुर, देहरादून से भी ठंडा रहा।
भोपाल में 4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। ग्वालियर-जबलपुर में 5 डिग्री, जबकि इंदौर में 10.6 डिग्री और उज्जैन में 8 डिग्री दर्ज किया गया। पचमढ़ी के अलावा मंडला, उमरिया, नौगांव, राजगढ़, खजुराहो में भी कड़ाके की ठंड रही। मंडला-उमरिया में 3 डिग्री, नौगांव में 3.8 डिग्री, राजगढ़ में 4.4 डिग्री दर्ज किया गया। टीकमगढ़, रायसेन, रीवा, छिंदवाड़ा, मलाजखंड और सतना में तापमान 7 डिग्री से नीचे रहा। हालांकि, मंगलवार को दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है।
इस बार रिकॉर्ड तोड़ चुकी ठंड, जनवरी से भी ठंडा रहा दिसंबर इस बार ठंड रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। स्थिति यह रही कि पूरे प्रदेश में जनवरी से भी ठंडा दिसंबर रहा। भोपाल समेत कई शहरों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। पिछले 9 दिन से शीतलहर चली। भोपाल में दिसंबर की सर्दी ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है, जबकि भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए हैं।