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दिल्ली में कड़ाके की ठंड: ठंड से बचने के लिए अंगीठी जलाई थी लेकिन, अंगीठी के धुएं के कारण दम घुटने से 2 बच्चों समेत 6 लोगों की मौत

नई दिल्ली
दिल्ली में कड़ाके की ठंड से बचने के लिए अंगीठी जलाना आम बात है। लेकिन यहीं अंगीठी अब लोगों की मौत का कारण बन रही है। पिछले कुछ दिनों में अंगीठी जलाकर सोने से कई लोगों की मौत की खबर सामने आ चुकी है। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। दिल्ली में ठंड से बचने के लिए अंगीठी जलाकर सोने के दो अलग-अलग मामलों में 6 लोगों की मौत हो गई है। एक मामला इंद्र पूरी थाना इलाके का है जबकि दूसरा अलीपुर का। इन लोगों ने रात में ठंड से बचने के लिए अंगीठी जलाई थी। बताया जा रहा है कि अंगीठी के धुएं के कारण दम घुटने से उनकी मौत हुई है।

 इंद्रा पुरी थाना इलाके में दो लोगों की मौत हुई हई है।  मरने वालों में एक 56 साल का और एक 22 साल का शख्स शामिल है। वहीं अलीपुर में 4 लोगों की मौत की खबर है।  इनमें पति-पत्नी और दो बच्चे भी शामिल है। बताया जा रहा है कि ये भी रात में अंगीठी जलाकर सोए थे । सुबह पड़ोसियों ने उनके शव देखे तो हड़कंप मच गया। पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार सुबह 6 बजकर 40 मिनट पर उन्हें पीसीआर कॉल मिली और जानकारी दी गई कि 4 लोग बेहोश हैं। पुलिस मौके पर पहुंची और घर की खिड़की तोड़कर अंदर घुसी और पाया कि चारों की मौत हो चुकी है।  शुरुआती जांच में दम घुटने की वजह से ही मौत हुई है। हालांकि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है।

पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
इससे पहले दिल्ली के द्वारका में भी इस तरह का मामला सामने आया था जिसमें एक दंपत्ति की मौत हो गई थी। हालांकि उनका दो महीने का बच्चा इसमें बाल-बाल बच गया।

अंगीठी कैसे बनती है मौत का कारण?
अंगीठी में इस्तेमाल होने वाले कोयले और लकड़ी के जलने से कार्बन मोनोऑक्साइड निकलती है। अगर बंद कमरे में अंगीठी जलाई जाए तो कार्बन मोनोऑक्साइड बढ़ जाती है और ऑक्सिजन घट जाती है जिससे दिमाग पर असर पड़ता है और कार्बन सांस के जरिए शरीर में फैल जाती है। ऐसे में अंगीठी जलाने के दौरान घर का कोई खिड़की दरवाजा खुला होना जरूरी है।

 

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