65 वर्षीय बुजुर्ग चाइना डोर की चपेट में आने से उसकी जान खतरे में पड़ गई, वहीं साढ़े चार साल के मासूम के चेहरे पर कट लगने से 10 टांके आये
धार
पतंगबाजी के उत्साह में चाइना डोर जानलेवा बन रही है। 65 वर्षीय बुजुर्ग चाइना डोर की चपेट में आने से उसकी जान खतरे में पड़ गई। वहीं साढ़े चार साल के मासूम के चेहरे पर कट लगने से 10 टांके लगाकर उसका जीवन बचाया। दोनों ही घायलों काे निजी अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। बुजुर्ग को गर्दन से कान तक 20 टांके लगाए गए। इसमें डाक्टरों द्वारा बुजुर्ग की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
गुणावद के रहवासी 65 वर्षीय तोलाराम प्रजापत अपनी पत्नी लीलाबाई के साथ ग्राम मोटरसाइकिल पर सवार होकर ससुराल केलोद के लिए निकले थे। इस बीच रास्ते में दिग्ठान में अचानक से चाइना डोर आ गई। इसमें बाइक सवार पति-पत्नी गिर गए जैसे ही लोगों ने देखा तो दौड़कर मदद के लिए आए और दोनों पति-पत्नी को उठाया। इस बीच पत्नी ने देवर कैलाश को सूचना दी। इसके बाद 108 एंबुलेंस की मदद से उन्हें धार जिला अस्पताल लाया गया। परंतु स्वजनों द्वारा जिला अस्पताल में उपचार नहीं करवाते हुए बुजुर्गों को निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। बुजुर्गों को गले से कान तक लंबा कट लगने की वजह से करीब 20 टांके लगाए गए। तोलाराम के भाई कैलाश ने बताया कि भाई-भाभी ससुराल के लिए निकले थे। रास्ते में यह घटना हो गई। भाई को पता ही नहीं चला कि कब वह चाइना डोर की चपेट में आ गया।
चायना डोर की चपेट में आया मासूम…
इधर शाम को दशहरा मैदान क्षेत्र में साढ़े चार साल का मासूम चायना डोर की चपेट में आ गया। मासूम कृष्णा घर से कुछ दूरी पर खेल रहा था इस बीच अचानक मासूम चायना डोर की चपेट में आ गया। जब घर के स्वजनों ने मासूम को खून में लत-पत देखा तो तुरंत निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डाक्टरों की टीम ने मासूम के चेहरे पर 10 टांके लगा कर उसे भर्ती किया। फिलहाल मासूम का उपचार जारी है।
चंद पैसों के लालच में मौत से सौदा
कलेक्टर ने चायना डोर पर प्रतिबंध लगा रखा है। वहीं गत दिवस एसडीएम रोशनी पाटीदार द्वारा दुकानों का निरीक्षण कर आठ गट्टे चायना का धागा जब्त कर कार्रवाई की गई थी। जबकि मकर संक्रांति के अंतिम समय पर शुक्रवार को व्यापारियों ने पूरे दिन खुलेआम चायना डोर का विक्रय किया।