तिरुनेलवेली से चेन्नई एगमोर जाने वाली वंदे भारत को मिले बंपर यात्री, छोटी पड़ रही ट्रेन, अब क्या करेगा रेलवे
नई दिल्ली
वंदे भारत ट्रेनों को अपग्रेड करने का काम जारी है। खबरें हैं कि जल्द ही स्लीपर ट्रेन पटरियों पर उतरने वाली है। इसी बीच खबरें हैं कि तिरुनेलवेली से चेन्नई एगमोर जाने वाली वंदे भारत की डिमांड इस कदर है कि रेलवे अब बोगियों को दोगने करने की तैयारी कर रहा है। हालांकि, अब तक इसे लेकर आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2019 में पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मदुरई रेलवे मंडल ने 8 बोगियों वाली तिरुनेलवेली-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस को 16 कार रैक में बदलने का प्रस्ताव दिया है। खबर है कि क्षेत्र में यात्रियों के बीच इस ट्रेन की खासी डिमांड है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि फिलहाल प्रस्ताव को मुख्यालय भेजा गया है और हामी की उम्मीद की जा रही है।
पीएम मोदी ने 24 सितंबर 2023 को इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। खास बात है कि यह दक्षिण तमिलनाडु के खाते में आई पहली वंदे भारत ट्रेन थी। इसके बाद 31 अगस्त 2024 को मदुरई-बेंगलुरु-मदुरई और नगरकोल-चेन्नई एगमोर-नगरकोल वंदे भारत की शुरुआत हुई थी। इनमें से सबसे ज्यादा यात्री तिरुनेलवेली वंदे भारत को मिल रहे हैं।
अखबार के अनुसार, यात्री बताते हैं कि इस ट्रेन का समय बहुत अच्छा है। यह ट्रेन सुबह 6 बजे तिरुनेलवेली से चलती है और दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर चेन्नई एगमोर स्टेशन पहुंचती है। सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर मदुरई और 9 बजकर 50 मिनट पर त्रिची पहुंचने के कारण यह और सुविधाजनक हो जाती है। लौटते समय ट्रेन चेन्नई एगमोर से 2 बजकर 50 मिनट पर चलती है और रात 10 बजकर 40 मिनट पर तिरुनेलवेली पहुंचती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, तिरुनेलवेली जिला यात्री संघ ने भी एक प्रस्ताव पास कर कोच बढ़ाने की मांग की है। अखबार से बातचीत में मदुरई मंडल रेल प्रबंधक शरद श्रीवास्तव ने कहा है कि मंडल की तरफ से भी प्रस्ताव भेजा गया है। इस संबंध में जल्द ही फैसला लिया जा सकता है।